हेलो दोस्तों, स्वागत है आपका। आज हम बात करने वाले हैं, पतंजलि में शुक्राणु बढ़ाने की दवा इस विषय के बारे में। दोस्तों, हमारे भारत देश में जब भी शादी होती है; उसके दो से तीन साल बाद बच्चा पैदा करने के बारे में सोचा जाता है और परिवार की तरफ से भी इस बात पर दबाव डाला जाता है। आस पड़ोस के लोग भी शादी के बाद बच्चे ना होने पर टोकने लगते हैं।
हम में से कई लोग इन सभी अनुभव से गुजरते हैं और सब कुछ ठीक होने पर प्राकृतिक रूप से गर्भधारणा करके बच्चा पैदा कर लेते हैं। लेकिन, अगर किसी कारणवश महिला या पुरुष में किसी तरह की इनफर्टिलिटी की समस्या हो; तो वह प्राकृतिक रूप से गर्भधारण करने में असमर्थ हो जाते हैं। साथ ही, यह बातें बहुत ही निजी होती है; जो किसी से भी शेयर नहीं की जाती हैं।
लेकिन, समाज है; कि इस बात को समझ नहीं पाता है और घर वाले लोग भी बहुओं पर बच्चा पैदा करने के लिए हमेशा दबाव डालते रहते है। इस समस्याओं से जूझते हुए महिला तथा पुरुष महिला तथा पुरुष कैसे मानसिक तनाव में आ जाते हैं; जिसके चलते उनकी सेक्स लाइफ और पर्सनल लाइफ काफी हद तक प्रभावित हो जाती है।
पुरुषों में पिछले कुछ सालों से इतनी सारी यौन संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो रही है; कि पहले उन समस्याओं के बारे में हमने कभी सोचा और सुना भी नहीं होगा। जैसे जैसे दुनिया प्रगति की ओर बढ़ रही है; वैसे वैसे हम खुद का स्वास्थ्य होते जा रहे हैं।
इस कारण हमारा शारीरिक, मानसिक तथा यौन स्वास्थ्य काफी बुरी तरीके से प्रभावित हो रहा है; जिसके चलते उसका असर हमारी जिंदगी पर बहुत ही ज्यादा असर पड़ रहा है। पुरुषों में पिछले कुछ सालों से शुक्राणुओं की संख्या में कमी यह समस्या काफी मात्रा में बढ़ चुकी है; जिसके चलते उनकी महिला साथी प्राकृतिक रूप से गर्भधारण करने में असमर्थ हो जाती है और काफी परेशानियों का सामना करती है।
फर्टिलिटी को बनाए रखने के लिए और प्राकृतिक रूप से बच्चे पैदा करने के लिए पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या, शुक्राणु की गतिशीलता तथा शुक्राणु की संरचना उचित होना बहुत ही आवश्यक फैक्टर माना जाता है। अगर किसी कारणवश पुरुषों के शुक्राणुओं का उत्पादन बाधित होता है; तो शरीर में शुक्राणु की संख्या घट जाती है और पुरुषों में यौन कमजोरी का अनुभव होने लगता है।
इसी के साथ, शरीर में शुक्राणु की कमी होने पर पुरुषों को अन्य यौन संबंधित समस्याएं भी सताने लगती है। जैसे; शीघ्रपतन, कामेच्छा की कमी, लिंग की शिथिलता, लिंग का खड़ा ना होना और लिंग के नसों में कमजोरी आदि समस्याओं की वजह से पुरुषों में यौन संबंधित परेशानियां बढ़ती हुई नजर आती हैं।
समाज के डर तथा शर्मिंदगी की वजह से पुरुष यह समस्या किसी से भी शेयर नहीं कर पाते हैं और यह समस्याएं मानसिक तनाव के चलते बढ़ती ही जाती है। ऐसी समस्या होने पर बिना किसी डर और शर्म के पुरुषों को डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए; ताकि शरीर में वक्त रहते शुक्राणुओं की कमी का इलाज किया जा सके।
इसी के साथ, विविध प्रकार की आयुर्वेदिक दवाइयां भी मार्केट में उपलब्ध है; जिनका सेवन करने से पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाया जा सकता है। साथ ही, अपने जीवन शैली में और आहार पद्धति में किया गया उचित बदलाव पुरुषों के शरीर में शुक्राणु को बढ़ाने के लिए एक मददगार उपाय साबित हो सकता है।
तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; पतंजलि कंपनी द्वारा निर्मित दवाइयों का सेवन करने से शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के बारे में पूरी जानकारी।
शुक्राणु बढ़ाने के लिए पतंजलि दवा का इस्तेमाल क्यों करते हैं ? Shukranu Badhane Ki Patanjali Dawa

दोस्तों, कई हजारों वर्ष पहले हमारे भारत देश की संस्कृति में योग, प्राणायाम और ध्यान धारणा जैसे बातों का महत्व काफी ज्यादा था; यह ऋषि मुनियों के सेहत का राज भी माना जाता था। कई सालों पहले से चलती आ रही योग तथा प्राणायाम की यह परंपरा बीच के कुछ वर्षों में खंडित हो गई थी और लोग इसके बारे में पूरी तरीके से भूल गए थे।
योग तथा प्राणायाम को पुनर्जीवित करने का काम योग ऋषि श्री रामदेव बाबा जी ने किया है; जिसके चलते हमारे भारत देश में योग तथा प्राणायाम का चलन फिर से बढ़ गया है। सिर्फ भारत देश में ही नहीं; बल्कि विदेशों में भी योग तथा प्राणायाम को काफी प्रसिद्धि मिली है और लोग अपने शारीरिक, मानसिक एवं यौन संबंधित समस्याओं का निवारण करने के लिए योग, प्राणायाम का सहारा लेते हुए नजर आ रहे हैं।
इसका सारा श्रेय जाता है, योग ऋषि श्री बाबा रामदेव जी को; जिन्होंने हम जिस बात को भूल गए थे, उस बात को याद दिलाया है और मानव जाति के कल्याण हेतु योग, प्राणायाम का महत्व पूरे विश्व को दर्शाया है। साथ ही, योग ऋषि बाबा रामदेव जी ने मानव जाति के कल्याण हेतु तथा रोग निवारण हेतु विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियों का भी निर्माण किया है; जिसमें लगभग सारे ही प्रकार की जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है।
पतंजलि कंपनी द्वारा निर्मित आयुर्वेदिक दवाइयों का सेवन तथा रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल किए जाने वाले हर्बल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल पिछले कुछ सालों से अधिक मात्रा में बढ़ गया है। क्योंकि, यह सारे ही प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने के लिए भरोसेमंद एवं सुरक्षित माने जाते हैं; जिनका इस्तेमाल करने के बाद साइड इफेक्ट्स होने की संभावना बहुत ही कम होती है।
पुरुषों के तथा महिलाओं के यौन संबंधित समस्याओं का निवारण करने के लिए भी पतंजलि कंपनी द्वारा निर्मित दवाइयों का सेवन करने से विशेष तौर पर लाभ देखने को मिलते हैं। यह सारी दवाइयां लिंग वर्धक, कामोत्तेजक तथा वीर्य वर्धक गुणों से युक्त होती है; जो पुरुषों में यौन क्षमता में सुधार लाती है और फर्टिलिटी को बढ़ाती है।
कई लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने के बाद यह सारे ही प्रोडक्ट लोगों के विश्वास पर खरे उतरे हैं। इसीलिए, इसका इस्तेमाल काफी मात्रा में बढ़ चुका है। भरोसेमंद एवं सुरक्षित होने की वजह से लोग एलोपैथिक दवाइयों के बजाय; पतंजलि द्वारा निर्मित आयुर्वेदिक दवाइयों का सेवन करते हुए अपने यौन जीवन को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं और काफी मात्रा में सफल भी हो गए हैं।
इसीलिए, अपने यौन स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए पतंजलि द्वारा निर्मित प्रोडक्ट का इस्तेमाल किया जाता है और उसका परिणाम भी अच्छा ही देखने को मिलता है। प्राकृतिक रूप से अपनी यौन शक्ति को बढ़ाने के लिए और लिंग का स्वास्थ्य बेहतर बनाने के लिए पुरुष पतंजलि कंपनी द्वारा निर्मित विविध प्रकार की आयुर्वेदिक दवाइयों का सेवन किसी चिकित्सक की सलाह के अनुसार अवश्य करें।
क्या पतंजलि दवा लेकर शुक्राणु बढ़ सकते हैं ? Patanjali Dawa Sperm Badhane Ki
जी हां, बिल्कुल! पतंजलि कंपनी द्वारा निर्मित लगभग हर प्रोडक्ट में आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां तथा औषधियों का मिश्रण पाया जाता है; जिसका मानव जाति के शरीर पर बहुत ही अच्छा परिणाम देखने को मिलता है। अपने शरीर में यौन उत्तेजना को बढ़ाने के लिए और यौन संबंधित समस्याओं का समाधान पाने के लिए पुरुषों द्वारा सही तरीके से किया गया पतंजलि द्वारा निर्मित औषधियों का सेवन विशेष तौर पर लाभदायक साबित होता है।
पतंजलि की दवाइयों में शतावरी, अश्वगंधा, कौंच के बीज, अकरकरा, स्वर्ण भस्मा, लोहा भस्मा, वंग भस्म, प्रवाल पिष्टी, जावित्री, केसर, बाला, शिलाजीत, सफेद मुसली, गोखरू, आंवला जैसे ताकतवर जड़ी बूटियों का मिश्रण पाया जाता है। यह सारे ही जड़ी बूटियां अपने आप में किसी वरदान से कम नहीं है; जो मानव जाति के शरीर के लिए बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक साबित होती है।
इन जड़ी बूटियों में पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को बढ़ाने का गुण मौजूद होता है और यह सारी जड़ी बूटियां लिंग वर्धक, कामोत्तेजक तथा वीर्य वर्धक गुणों से युक्त होती है। अगर पुरुषों में किसी कारणवश शुक्राणुओं की कमी हो रही है; तो उनको किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार पतंजलि द्वारा निर्मित दवाइयों का सेवन जरूर करना चाहिए।
इन दवाइयों का सेवन करने से पुरुषों के शरीर में हार्मोन का संतुलन बना रहता है और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की लेवल भी बढ़ती है; जिसके चलते पुरुषों के शरीर में शुक्राणु का उत्पादन बढ़ता है। इसी के साथ, पतंजलि द्वारा निर्मित दवाइयां पुरुषों को मानसिक रूप से भी मजबूती दिलाती है; ताकि मस्तिष्क कार्यप्रणाली उचित रूप से कार्य कर सकें।
साथ ही, पतंजलि द्वारा निर्मित दवाइयों का सेवन करने से पुरुषों के लिंग के हिस्से को अंदरूनी रूप से मजबूती मिलती है और लिंग के हिस्से में रक्त प्रवाह तेजी से बढ़ता है; जिसके चलते वीर्य की गुणवत्ता में सुधार आती है और शुक्राणुओं की संख्या, गतिशीलता तथा संरचना बढ़ने में मदद मिल पाती है।
पतंजलि शुक्राणुओं की दवा लेने के कितने दिनों बाद स्पर्म बढ़ने लगते हैं ? Patanjali Shukranu Ki Dawa
अगर अपने शरीर में शुक्राणु की संख्या और शुक्राणुओं के क्वालिटी को बढ़ाने के लिए पुरुष पतंजलि द्वारा निर्मित दवाइयों का सेवन करना चाहते हैं; तो उन्हें किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह लेना बहुत ही आवश्यक होता है। दोस्तों, हर किसी व्यक्ति का शरीर अलग होता है और उसकी शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं की गंभीरता भी एक-दूसरे से काफी अलग होती हैं।
इसी के साथ, हर व्यक्ति के शरीर में दवाइयों के प्रति प्रतिक्रियाएं भी अलग-अलग देखी जाती हैं। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए, पतंजलि दवाइयों का सेवन करने के बाद हर व्यक्ति के शरीर में शुक्राणु की संख्या बढ़ने का दौर या अवधि अलग अलग हो सकता है। पतंजलि द्वारा निर्मित शुक्राणु वर्धक दवाइयों का सेवन लगभग दो से तीन महीनों तक करने की सलाह आयुर्वेदिक चिकित्सक द्वारा दी जाती है।
हालांकि, इन दवाइयों का सेवन करने के लगभग २ से ३ हफ्ते बाद आपको शुक्राणुओं की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। लेकिन, इन दवाइयों का पूरा कोर्स करना आवश्यक होता है; तभी आपको शुक्राणुओं की संख्या, गतिशीलता तथा उनके क्वालिटी में उचित बदलाव और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
शुक्राणु बढ़ाने के लिए पतंजलि की मेडिसिन कब लेना चाहिए और कैसे लेना चाहिए ? Shukranu ki Patanjali Medicine
दोस्तों, शुक्राणु बढ़ाने के लिए पतंजलि दवाइयों का सेवन करने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह अवश्य लें; ताकि आपको इन दवाइयों का लेने का सही तरीका, सही खुराक तथा सही मात्रा निर्धारित करने में मदद मिल सके और सही जानकारी प्राप्त हो सके। अगर आपके मन में पतंजलि की दवाइयों का सेवन करने के बारे में कोई भी आशंका हो या कोई सवाल हो; तो आप डॉक्टर से इसके बारे में पूछ सकते हैं और उनके बताए गए निर्देशों के अनुसार इन दवाइयों का सेवन करके फायदा उठा सकते हैं। हालांकि, सामान्य तौर पर; शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए पतंजलि कंपनी द्वारा निर्मित दवाइयों का सेवन खाना खाने के बाद दिन में दो बार एक एक गोली का सेवन हल्के गुनगुने गर्म दूध या पानी के साथ करने की सलाह आयुर्वेदिक चिकित्सक के द्वारा दी जाती है।
शुक्राणु बढ़ाने के लिए पतंजलि दवा लेने के फायदे : Sperm Badhane Ki Patanjali Dawa
शुक्राणु बढ़ाने के लिए पतंजलि दवाइयों का सेवन करने से निम्नलिखित फायदे देखने को मिलते हैं।
- पतंजलि द्वारा निर्मित विभिन्न प्रकार की औषधियों का सेवन करने के बाद पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा बढ़ती है; जिसके चलते शरीर में शुक्राणु के उत्पादन को भी बढ़ावा मिलता है।
- शुक्राणु की संख्या बढ़ने के साथ-साथ; पतंजलि दवाइयों का सेवन करने के बाद शुक्राणु की गतिशीलता, शुक्राणु की संरचना तथा शुक्राणुओं की पूरी क्वालिटी में सुधार आता है।
- शुक्राणु वर्धक पतंजलि दवाइयों का सेवन करने के बाद पुरुषों के शरीर में ना सिर्फ शुक्राणु की संख्या बढ़ती है; बल्कि वीर्य की गुणवत्ता में भी सुधार आता है। वीर्य की गुणवत्ता में सुधार आने से पुरुषों में प्राकृतिक रूप से बच्चे पैदा करने की सामर्थ्यता लौट आती है।
- पतंजलि की दवाइयों का सेवन करने के बाद पुरुषों के लिंग के हिस्से को भी मजबूती मिलती है और सेक्स करते समय लिंग ठीक तरीके से खड़ा हो पाता है। लिंग में शिथिलता तथा लिंग का ढीलापन दूर करने के लिए भी पतंजलि की दवाइयां विशेष तौर पर लाभदायक होती है।
- शुक्राणु की कमी हो जाने पर पुरुषों में वीर्य स्खलन करते समय भी काफी परेशानियां उत्पन्न होती है; जिसके चलते पुरुषों को शीघ्रपतन की समस्या हो जाती हैं। शीघ्रपतन की समस्या के लिए भी पतंजलि द्वारा निर्मित दवाइयां बहुत ही फायदेमंद साबित होती है और यह समस्या काफी हद तक नियंत्रित हो पाती है।
- पुरुषों के शरीर में शुक्राणु का उत्पादन घटने पर यौन कमजोरी का अनुभव होने लगता है। इस समस्या का निवारण करने के लिए और यौन रोग से मजबूती वापस पाने के लिए पुरुष पतंजलि द्वारा निर्मित दवाइयों का सेवन अवश्य करें; इससे उनकी यौन दुर्बलता दूर होती है और शरीर में यौन उत्तेजना बढ़ती है।
शुक्राणु बढ़ाने के लिए पतंजलि दवा लेने के नुकसान : Shukranu Badhane Ki Patanjali Dawa
दोस्तों, वैसे देखा जाए; तो पतंजलि द्वारा निर्मित सभी ही दवाइयां शुद्ध आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से बनाई जाती है। इसीलिए, इनका सेवन करने के बाद साइड इफेक्ट्स के मामले बहुत कम देखने को मिलते हैं लेकिन, कई बार इनका सेवन करने के बाद कुछ लोगों को साइड इफेक्ट्स या का सामना करना पड़ सकता है।
पतंजलि की दवाइयों का सेवन करने के बाद साइड इफेक्ट से सुरक्षित रहने के लिए पुरुषों को आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार बताए गए निर्धारित मात्रा में और दिशानिर्देशों के अनुसार ही इन दवाइयों का सेवन करना चाहिए। कई बार पुरुष जल्दी परिणाम पाने के लिए पतंजलि की दवाइयों का अधिक मात्रा में एक साथ ही सेवन कर लेते हैं; जो कि साइड इफेक्ट्स का कारण बनता है।
पतंजलि द्वारा निर्मित दवाइयों का अधिक मात्रा में सेवन करने से पुरुषों को जी मचलाना, उल्टी होना, दस्त होना, सिर दर्द होना, शरीर में गर्माहट महसूस होना जैसे अनगिनत प्रकार के साइड इफेक्ट्स देखने को मिल सकते हैं। ऐसा होने पर पतंजलि द्वारा निर्मित दवाइयों का सेवन करना बंद करें और लक्षण गंभीर बनने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
शुक्राणु बढ़ाने की पतंजलि दवा की जानकारी : Shukranu Badhane Wali Patanjali Dawa
दोस्तों, शुक्राणु की संख्या को बढ़ाने के लिए हम आपको विविध प्रकार की पतंजलि द्वारा निर्मित दवाइयों के बारे में जानकारी देने वाले हैं। लेकिन, इनका सेवन करने से पहले आप एक बार डॉक्टर की सलाह अवश्य ले।
१) पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी – Patanjali Divya Youvnamrit Vati

पतंजलि द्वारा निर्मित इस दवाई का सेवन करने के बाद पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा नियंत्रित रहती है; जिसके चलते शरीर में शुक्राणु का उत्पादन बढ़ता है और शुक्राणुओं की संख्या में भी बढ़ोतरी देखने को मिलती है।
जावित्री, अकर्करा, अश्वगंधा, शतावर, स्वर्ण भस्म, शुद्ध कुचला, सफेद मूसली, प्रवाल पिष्टी जैसी अनगिनत प्रकार की जड़ी बूटियों से निर्मित पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी का सेवन करने के बाद पुरुषों के शरीर में ना सिर्फ शुक्राणु की संख्या बढ़ती हैं; बल्कि शुक्राणु की गतिशीलता तथा गुणवत्ता में भी बढ़ोतरी देखने को मिलती है।
पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी का सेवन करने के बाद पुरुषों के लिंग के हिस्से को भी मजबूती मिलती है और लिंग के नसों में आई शिथिलता, कमजोरी दूर होने में मदद मिल पाती है। अपने शरीर में यौन उत्तेजना को और शुक्राणु की संख्या को बढ़ाने के लिए पुरुषों को रोजाना दिन में दो बार खाना खाने के बाद १-१ गोली का सेवन हल्के गुनगुने गर्म तूतिया पानी के साथ अवश्य करना चाहिए।
२) सफेद मूसली पाक – Patanjali Musli Pak

पतंजलि कंपनी द्वारा निर्मित सफेद मूसली पाक में सफेद मूसली, पीपली, अश्वगंधा, सौंठ, गोखरू जैसी विविध प्रकार की आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का मिश्रण पाया जाता है। इनमें से हर एक जड़ी-बूटी पुरुषों के हर यौन संबंधित समस्या का निवारण करने में बहुत ही सक्षम और गुणकारी मानी गई है। पतंजलि सफेद मूसली पाक का सेवन करने के बाद पुरुषों को अपने शरीर में शुक्राणु की संख्या तथा गुणवत्ता बढ़ाने में मदद मिल पाती है। पतंजलि द्वारा निर्मित सफेद मूसली पाक का सेवन करने की सही विधि और सही खुराक के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए इस दवाई का सेवन करने से पहले आप आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह अवश्य ले।
३) पतंजलि अश्वशिला कैप्सूल – Patanjali Ashvashila Capsule

पतंजलि द्वारा निर्मित अश्वशिला कैप्सूल का सेवन पुरुषों को दिन में दो बार खाना खाने के बाद हल्के गुनगुने गर्म दूध या पानी के साथ करना चाहिए। लगातार कुछ दिनों तक सही तरीके से किया गया इस दवाई का सेवन पुरुषों के शरीर में यौन उत्तेजना को बढ़ाने के साथ-साथ, शुक्राणु की संख्या में इजाफा करने के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है।
अश्वगंधा तथा शिलाजीत के ताकतवर जड़ी बूटियों का मिश्रण होने की वजह से यह दवाई बहुत ही पावरफुल होती है; जिसका सेवन करने के बाद पुरुषों के शरीर में शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिलती है। इसी के साथ, इस दवाई का सेवन करने के बाद शीघ्रपतन, स्तंभन दोष तथा लिंग के नसों में कमजोरी जैसे अन्य यौन संबंधित समस्याओं का समाधान मिलने में और सेक्स पावर को बढ़ाने में भी मदद मिल पाती है।
४) पतंजलि शिलाजीत कैप्सूल – Patanjali Shilajit Capsule

दोस्तों, हिमालय की गोद में पाए जाने वाली शिलाजीत नामक बहुत ही ताकतवर जड़ी बूटी आपके यौन संबंधित समस्याओं का निवारण करने के लिए सबसे अधिक शक्तिशाली और गुणकारी मानी जाती है। पतंजलि द्वारा निर्मित शिलाजीत कैप्सूल में शुद्ध शिलाजीत का इस्तेमाल किया जाता है; जो बेहतर तरीके से परिणाम दिखाता है और आपके शरीर में कम अवधि में ही शुक्राणु के उत्पादन को बढ़ाता है।
पतंजलि शिलाजीत कैप्सूल का सेवन करने के बाद पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा बढ़ती है; जिसके चलते शरीर में शुक्राणु का उत्पादन, शुक्राणुओं की संख्या तथा शुक्राणु की गतिशीलता, गुणवत्ता में भी इजाफा देखने को मिलता है। पतंजलि शिलाजीत कैप्सूल का सेवन दिन में दो बार खाना खाने के बाद हल्के गुनगुने गर्म दूध या पानी के साथ किया जाना चाहिए। इस औषधि का सेवन करने के बाद ना सिर्फ पुरुषों के शरीर में शुक्राणु की संख्या बढ़ती है; बल्कि शीघ्रपतन, स्तंभन दोष, यौन उत्तेजना की कमी जैसी अन्य यौन संबंधित समस्याओं का निवारण भी मिल पाता है।
तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो।
धन्यवाद।