नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज का आर्टिकल होने वाला है, लिंग में शिथिलता इस विषय के बारे में। दोस्तों, पुरुषों की प्रजनन क्षमता में आने वाली गिरावट पूरी दुनिया भर में चिंता का विषय माना जा रहा है। कई कारणों की वजह से पुरुषों के लिंग में शिथिलता आ जाती है; जिसके चलते सेक्स करते समय उनका लिंग सही तरीके से खड़ा नहीं हो पाता है और सेक्स की प्रक्रिया पूर्ण रूप से संपन्न भी नहीं हो पाती हैं।
लिंग में शिथिलता, लिंग का ढीलापन, लिंग के नसों में कमजोरी, लिंग का पतलापन, स्वप्नदोष, शीघ्रपतन, कामेच्छा की कमी, हस्तमैथुन, वीर्य की गुणवत्ता में कमी तथा शुक्राणुओं की संख्या में कमी जैसे यौन संबंधित समस्याएं पुरुषों में दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं। इन सभी समस्याओं के पीछे अनगिनत कारण मौजूद होते हैं।
जैसे; व्यायाम का अभाव, खानपान की गलत पद्धति, खराब दिनचर्या, गलत जीवनशैली, शराब, धूम्रपान, तंबाकू के पदार्थों का अत्याधिक सेवन, कम उम्र में ही शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं आदि कारणों की वजह से पुरुषों के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ उनका यौन स्वास्थ्य भी बुरी तरीके से प्रभावित हो जाता है।
यौन स्वास्थ्य में किसी भी तरह की खराबी आने पर पुरुषों के सेक्स लाइफ पर और सेक्स परफॉर्मेंस पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है; जिसके चलते उनके पर्सनल लाइफ में भी अनबन पैदा होना शुरू हो जाता है। पुरुषों के लिंग में शिथिलता आने पर उनका लिंग सही तरीके से तनाव प्राप्त नहीं कर पाता है और सेक्स की प्रक्रिया अभी अधूरी ही रह जाती है; जिसके चलते महिला साथी पूरी तरीके से संतुष्ट नहीं हो पाती हैं।
साथ ही, लिंग में शिथिलता आने पर पुरुषों के वीर्य की गुणवत्ता में और शुक्राणु की संख्या, गतिशीलता तथा गुणवत्ता में काफी बुरा प्रभाव पड़ता है; जो उनके यौन स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। इसी के साथ, पुरुषों के लिंग में शिथिलता उनके अंदर नपुंसकता की समस्या को भी दर्शाता है; जिसके चलते इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या के तहत उनके लिंग में कमजोरी आ जाती है और सेक्स करते समय वह खड़ा ही नहीं हो पाता है।
ऐसा होने पर पुरुष मानसिक तनाव में आ जाते हैं और यह समस्या किसी के भी साथ बांट नहीं पाते हैं; जिसके तहत यह समस्या दिन पर दिन बढ़ते ही जाती हैं। पुरुषों के लिंग में शिथिलता आने के बाद अपने जीवनशैली तथा आहार की पद्धति में कुछ उचित बदलाव करने से पुरुषों को काफी लाभ देखने को मिलते हैं। साथ ही, आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार किया गया आयुर्वेदिक दवाइयों का सेवन पुरुषों के लिंग में आई शिथिलता की समस्या से राहत दिलाता है और लिंग को अंदर रूप से ताकतवर बनाता है।
तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; लिंग में शिथिलता की समस्या के बारे में पूरी जानकारी।
लिंग में शिथिलता आने के कारण क्या है ? Ling Me Shithilta Ane ke Karan
दोस्तों, पुरुषों के लिंग में शिथिलता आने के निम्नलिखित कारण मौजूद होते हैं।
- कम उम्र में ही शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं होना जैसे; डायबिटीज, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, निम्न रक्तचाप, मोटापा, थायराइड, हाई कोलेस्ट्रॉल आदि।
- अत्याधिक नशीली चीजों का सेवन करने से भी पुरुषों के लिंग की नसें कमजोर पड़ जाती हैं और उनमें लिंग की शिथिलता की समस्या उभर कर आती हैं।
- अगर पुरुष अत्याधिक शारीरिक एवं मानसिक तनाव में रहते हैं; तो तनाव की वजह से पुरुष यौन कमजोरी का अनुभव करते हैं और उनके लिंग में शिथिलता की समस्या हो जाती हैं।
- पुरुषों के शरीर में आई हार्मोनल परिवर्तन या असंतुलन की समस्या की वजह से भी उनके लिंग में शिथिलता आ जाती हैं।
- विशिष्ट प्रकार की दवाइयों का सेवन करना जैसे; एंटीडिप्रेसेंट, कैंसर विरोधी दवाइयां खाने से भी पुरुषों के लिंग में शिथिलता आ जाती है और उनका यौन स्वास्थ्य खराब हो जाता है।
- व्यायाम का अभाव होने के कारण भी पुरुषों के यौन कमजोरी देखी जाती है; जिसके चलते उनके लिंग में शिथिलता आ जाती है।
- रिश्तो में लगातार झगड़े होने पर या अनबन पैदा होने पर सेक्स करते समय पुरुष काफी तनाव में आ जाते हैं और लगातार यह समस्या बरकरार रहने पर उनके लिंग में शिथिलता आ जाती है।
- अत्याधिक हस्तमैथुन करने से पुरुषों को हस्तमैथुन करने तक की लत लग जाती हैं; जिसके चलते सेक्स करने का मन नहीं करता है और सेक्स करते समय सही उत्तेजना उत्पन्न नहीं हो पाती है। ऐसा होने पर पुरुषों के लिंग में शिथिलता रह जाती है और वह सही तरीके से खड़ा नहीं हो पाता है।
- शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने के कारण भी पुरुषों का यौन स्वास्थ्य पूरी तरीके से प्रभावित होता है; जिसके चलते उनका लिंग सेक्स करते समय सही उत्तेजना प्राप्त नहीं करता है और ढीला ही रह जाता है।
- बढ़ती उम्र के साथ पुरुषों के लिंग में शिथिलता ना तथा सेक्स करते समय लिंग में उत्तेजना की कमी होना, एक आम समस्या मानी जाती है।
लिंग में शिथिलता आने के लक्षण – Penis Me Shithilta Ane Ke Lakshan
दोस्तों, पुरुषों के लिंग में शिथिलता आने के निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं; जिन्हें उनको नजरअंदाज बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
- यौन उत्तेजना में कमी होना और कामेच्छा की कमी होना।
- पर्याप्त यौन उत्तेजना प्राप्त करने के बावजूद चर्मसुख तक पहुंचने में नाकाम होना।
- शीघ्रपतन की समस्या होना या स्खलन में देरी की समस्या होना।
- सेक्स के दौरान यौन उत्तेजना बनाए रखने में नाकाम होना।
- सेक्स करते समय पुरुषों के लिंग में सही इरेक्शन प्राप्त ना होना।
लिंग की शिथिलता से बचने के तरीके : Ling Ki Shithilta Se Bachne Ke Tarike
अगर पुरुष लिंग की शिथिलता की समस्या से हमेशा के लिए सुरक्षित रहना चाहते हैं; तो उससे बचने के तरीकों के बारे में उनको अवश्य सोचना चाहिए। हम निम्नलिखित कुछ तरीके बताने जा रहे हैं; जिनको अपनाकर पुरुष लिंग की शिथिलता की समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं।
१) एक्सरसाइज –
लिंग की शिथिलता की समस्या से हमेशा के लिए सुरक्षित रहने के लिए पुरुषों को अपने जीवन में एक्सरसाइज तथा योग प्राणायाम को अवश्य वक्त देना चाहिए और इनका अभ्यास अवश्य करना चाहिए। योग प्राणायाम या एक्सरसाइज करने से पुरुषों के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ उनके यौन स्वास्थ्य में भी सुधार देखा जाता है। प्लैंक एक्सरसाइज, कीगल एक्सरसाइज तथा स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज जैसे व्यायाम का रोजाना तौर पर किया गया अभ्यास पुरुषों के लिंग के हिस्से को अंदरूनी रूप से मजबूत बनाता है और फर्टिलिटी को बढ़ाता है।
साथ ही, पश्चिमोत्तानासन, हलासन, सर्वांगासन, भुजंगासन, मकरासन, धनुरासन, शलभासन जैसे योगासन तथा भस्त्रिका, भ्रामरी, अनुलोम विलोम, कपालभाति जैसे प्राणायाम पुरुषों के लिंग के हिस्से में रक्त प्रवाह को तेजी से बढ़ाते हैं और लिंग की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करते हैं; जिसके चलते उनके लिंग का हिस्सा मजबूत बना रहता है और लिंग में शिथिलता की समस्या से वह सुरक्षित रह पाते हैं। प्राणायाम का रोजाना अभ्यास करने से पुरुषों के यौन तंत्रिकाओं पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है और उनका कार्य सुचारू रूप से चलता रहता है।
२) संतुलित आहार –
संतुलित आहार के तहत अपने भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां, सभी प्रकार के फल, फलों के जूस, सब्जियों के सूप, पनीर, मछली, अंडे, दही, दूध व दूध से बने पदार्थ, स्प्राउट, सभी प्रकार की दालें, साबुत अनाज, सलाद, ड्राई फ्रूट्स, नट्स जैसे सभी पोषक तत्वों से युक्त पदार्थों का सेवन करने के बाद पुरुषों के शरीर में पोषक तत्वों की आपूर्ति होती रहती है; जिसके चलते उनका यौन स्वास्थ्य बरकरार रहता है, फर्टिलिटी अच्छी रहती है और पुरुष लिंग में शिथिलता की समस्या से सुरक्षित रह पाते हैं।
साथ ही, पुरुषों को जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक्स, पिज़्ज़ा, बर्गर, सॉफ्ट ड्रिंक, इंस्टेंट पदार्थ इन से हमेशा के लिए दूरी बनानी चाहिए। यह पदार्थ खाने में तो बहुत ही टेस्टी होते हैं। लेकिन, इन में पोषक तत्वों की कमी होती है और इनका सेवन करने से पुरुषों में मोटापा, थायराइड, हाई बीपी की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में, बेहतर है; कि इन सभी अन हेल्थी पदार्थों से दूर रहा जाए और अपने लिंग के स्वास्थ्य को बढ़ाया जाए।
३) तनाव से दूर –
तनाव चाहे शारीरिक हो या मानसिक हो; वह आपके शारीरिक, मानसिक तथा यौन स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं माना जाता है। तनाव से हमारे पूरे ही शारीरिक कार्यप्रणाली पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है; जिसमें हमारा यौन स्वास्थ्य भी गिना जाता है। घर की जिम्मेदारियों को और प्रोफेशनल जॉब की जिम्मेदारियों को उठाते हुए पुरुषों में तनाव आ ही जाता है। इस तनाव को कम करने के लिए पुरुषों को हमेशा प्रयत्नशील रहना चाहिए। इस तनाव को मैनेज करने के लिए पुरुषों को ध्यान धारणा, मेडिटेशन, योग प्राणायाम जैसी अच्छी आदतों का पालन करते रहना चाहिए। ऐसा होने पर पुरुषों के मस्तिष्क की कार्य प्रणाली में सुधार आता है और यौन तंत्रिकाओं पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है; जिसके चलते पुरुष लिंग में शिथिलता की समस्या से सुरक्षित रह पाते हैं।
४) बुरी आदतों से दूरी –
शराब, धूम्रपान, तंबाकू के पदार्थ तथा अन्य नशीली चीजों का सेवन करने का चलन काफी बढ़ गया है। पिछले कुछ सालों से इसी कारणवश पुरुषों की प्रजनन क्षमता में गिरावट देखी जा रही है। लेकिन, पुरुषों को यह बातें समझ में ही नहीं आती है और वह गलत व्यसन में पूरी तरीके से डूब जाते हैं। शराब, धूम्रपान, तंबाकू के पदार्थों का सेवन करने से पुरुषों का यौन स्वास्थ्य बहुत ही बुरी तरीके से प्रभावित होता है; जिसके चलते उनके लिंग का स्वास्थ्य भी बिगड़ जाता है और लिंग की नसों में कमजोरी आ जाती है।
इसीलिए, लिंग के हिस्से को मजबूत बनाए रखने के लिए पुरुषों को इन बुरी आदतों से हमेशा के लिए दूरी बनानी चाहिए साथ ही, हस्तमैथुन की लत लग जाने के बाद भी पुरुष उसे कंट्रोल नहीं कर पाते हैं; जिसका सीधा प्रभाव उनके लिंग के स्वास्थ्य पर पड़ता है और लिंग की नसों में कमजोरी आ जाती है। हस्तमैथुन की लत को कंट्रोल करने के लिए पुरुषों का हमेशा प्रयत्नशील रहना चाहिए; ताकि उनके लिंग का स्वास्थ्य बरकरार रहे और लिंग में शिथिलता की समस्या से वह सुरक्षित रह सके।
४) शारीरिक बीमारियों का इलाज –
अगर पुरुषों को कम उम्र में ही डायबिटीज, थाइरॉएड, हाई बीपी, लो बीपी, हाई कोलेस्ट्रोल, मोटापा, लिवर तथा किडनी से जुड़ी बीमारियां या कोई यौन संबंधित समस्या की परेशानी हो रही है; तो वह उस बीमारी का वक्त रहते इलाज करें। क्योंकि, इन सभी बीमारियों का सही वक्त पर इलाज न किया जाए; तो इनकी वजह से पुरुषों का यौन स्वास्थ्य भी खराब हो जाता है और लिंग में शिथिलता की समस्या आ सकती है। इसीलिए, बेहतर है; कि लिंग के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए पुरुष वक्त रहते शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित बीमारियों का इलाज कर ले।
लिंग की शिथिलता को दूर करने के लिए क्या करना चाहिए ? Penis Ki Shithilta Dur Karne Ke Liye Kya Kare ?
दोस्तो, लिंग किसी चिंता की समझ सको दूर करने के लिए हम आपको कुछ विशिष्ट प्रकार के पदार्थों का सेवन करने के बारे में जानकारी देने वाले हैं; इस पर आप गौर ज़रूर करें।
१) उड़द दाल –
दोस्तों, उड़द दाल का सही तरीके से सेवन करने के बाद पुरुषों के लिंग को ताकतवर बनाया जा सकता है। आधा कटोरी सफेद उड़द दाल को घी में भून ले। बाद में, आधा लिटर ताजे दूध में इस दाल को उबालकर अच्छे से पका ले। इसमें आप चाहे तो स्वाद अनुसार मिश्री को भी मिला सकते हैं। उड़द दाल से बने इस पदार्थ को आप सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले एक एक कटोरी खा सकते हैं। इस तरीके से उड़द दाल का सेवन करने के बाद पुरुषों के लिंग के हिस्से में मजबूती उत्पन्न होती है; जिसके चलते लिंग के नसों में आई कमजोरी दूर होती है और सेक्स करते समय लिंग सही तरीके से खड़ा करने में पुरुषों को मदद मिल पाती हैं।
२) लहसुन और प्याज –
लहसुन तथा प्याज हमारे भारतीय किचन में लगभग रोजाना तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इस लिहाज से देखा जाए; तो हम थोड़ी थोड़ी मात्रा में ही सही लेकिन लहसुन और प्याज का सेवन लगभग हर रोज करते हैं। लहसुन और प्याज में कामोत्तेजक, वीर्य वर्धक, लिंग वर्धक तथा शुक्राणु वर्धक गुण मौजूद होते हैं; जो पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को बढ़ाते हैं लिंग को मजबूत बनाते हैं और वीर्य तथा शुक्राणुओं की संख्या में इजाफा करते हैं। लहसुन की कच्ची कलियों का सेवन सुबह खाली पेट करने से इसके सही यौनवर्धक फायदे देखने को मिलते हैं।
लहसुन के साथ-साथ आप प्याज का भी सेवन कच्चे स्वरूप में ही करें। प्याज का रस निकालकर इसे शहद के साथ मिलाकर सुबह खाली पेट पीने से आपको यौन वर्धक फायदे देखने को मिलते हैं। लहसुन तथा प्याज का कच्चे स्वरूप में सेवन करने के बाद पुरुषों के लिंग के हिस्से में रक्त वाहिकाएं फैल जाती है और रक्त प्रवाह तेजी से बढ़ जाता है; जिसके चलते लिंग में मजबूती उत्पन्न होती है और लिंग का हिस्सा सख्त खड़ा हो जाता है।
३) किशमिश –
किशमिश को बलवर्धक गुणों से जाना जाता है। किशमिश का सेवन करने के बाद पुरुषों का अपने यौन स्वास्थ्य में सुधार लाने में काफी हद तक मदद मिल पाती है। मुट्ठी भर किशमिश को दूध में थोड़ी देर तक उबालने के बाद इसे थोड़ा ठंडा होने दे। बाद में, इस दूध का सेवन करते हुए किशमिश को चबा चबा कर खाएं। किशमिश का इस तरीके से सेवन आपको रात को सोने से पहले करना होता है। किशमिश का रोजाना तौर पर इस तरीके से अगर आप सेवन करते हैं; तो आपके लिंग के हिस्से को मजबूत बनाने के साथ-साथ आपके शरीर में मर्दाना ताकत को भी आप जागृत कर पाते हैं। किशमिश का सेवन करने के बाद लिंग के हिस्से को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ; पुरुष नपुंसकता जैसी गंभीर समस्या को भी नियंत्रित कर पाते हैं।
४) तरबूज –
तरबूज में सिट्रूलीन नामक अमीनो एसिड मौजूद होते हैं; जो पुरुषों के लिंग के हिस्से में ब्लड सरकुलेशन को बढ़ाते हैं और उनकी मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करते हैं ऐसा होने पर पुरुषों के लिंग में मजबूती उत्पन्न होती हैं और लिंग में शिथिलता दूर हो जाती है। तरबूज को प्राकृतिक वियाग्रा के स्वरूप ही माना जाता है। रोजाना तौर पर तरबूज का सेवन करने से पुरुषों के शरीर में पोषक तत्वों की आपूर्ति होती हैं; जिसके चलते उनके लिंग का स्वास्थ्य बढ़ता है और लिंग में आई शिथिलता से छुटकारा मिल पाता है तरबूज में मौजूद एंथोसाइएनिन नामक घटक पुरुषों को स्तंभन दोष के जैसी समस्याओं का निवारण करने में भी मददगार साबित होता है। इसलिए, अपने लैंगिक स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए पुरुषों को तरबूज का सेवन विविध रूपों में अवश्य करना चाहिए। आप तरबूज का सेवन फल, सलाद या जूस के स्वरूप में कर सकते हैं।
लिंग में आई शिथिलता दूर करने की आयुर्वेदिक दवा की जानकारी – Ling Me Susti Dur Karne Ki Ayurvedic Dawa
दोस्तों, लिंग में आई शिथिलता की समस्या को दूर करने के लिए और अपने लिंग के हिस्से को मजबूत बनाने के लिए पुरुषों को आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार निम्नलिखित आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से निर्मित दवाइयों का सेवन अवश्य करना चाहिए। हम आपको कुछ जड़ी बूटियों के बारे में जानकारी देने वाले हैं; जो आपके यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है और बिना किसी साइड इफेक्ट के लिंग में आई शिथिलता की समस्या को दूर करती है। परंतु, इनमें से किसी भी दवाई या जड़ी बूटी का सेवन अपने आप से बिल्कुल भी ना करें और हमेशा डॉक्टर की सलाह लें।
१) शिलाजीत –
हिमालय पर्वत की गोदी में पाई जाने वाली शिलाजीत जैसे ताकतवर जड़ी बूटी पुरुषों के लगभग हर यौन संबंधित समस्या का निवारण करने में बहुत ही कारगर और असरदार मानी जाती है। शिलाजीत जड़ी बूटियों से निर्मित दवाइयों का सेवन करने के बाद पुरुषों के लिंग के हिस्से में रक्त वाहिकाएं फैल जाती है और रक्त प्रवाह तेजी से बढ़ता है; जिसके चलते लिंग में आई शिथिलता दूर होती है, लिंग का हिस्सा पूर्ण रूप से मजबूत बनता है और शरीर में योनि शक्ति जागृत होती है।
शिलाजीत का सेवन करने के बाद सेक्स करते समय पुरुषों के लिंग में सही तनाव उत्पन्न हो पाता है और इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, शीघ्रपतन जैसी गंभीर समस्याओं का भी नियंत्रण किया जा सकता है। पतंजलि द्वारा निर्मित अश्वशिला कैप्सूल तथा शिलाजीत कैप्सूल का सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार करने से पुरुषों को अपने लिंग के स्वास्थ्य में बढ़ोतरी देखने को मिलती है।
२) टोंगकट अली –
इस जड़ी बूटी को पूरे ही आशिया प्रदेश के वियाग्रा के रूप में जाना जाता है। यह जड़ी-बूटी थाईलैंड, मलेशिया तथा इंडोनेशिया जैसे देशों में मूल रूप से पाई जाती है; जिसके जड़ों का इस्तेमाल करते हुए इसके द्वारा विविध प्रकार की औषधियों का निर्माण किया जाता है। शुद्ध स्वरूप में अगर इस दवाई का सेवन पुरुष लेते हैं; तो उनको लिंग में आई शिथिलता की समस्या से छुटकारा जरूर मिल पाता है। इस जड़ी बूटी से बने औषधियों का सेवन करने के बाद इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, शीघ्रपतन, कामेच्छा की कमी तथा लिंग का ढीलापन जैसी गंभीर समस्याओं से भी छुटकारा मिल पाता है।
३) पतंजलि गोक्षुरादि गुग्गुल –
पतंजलि द्वारा निर्मित गोक्षुरादि गुग्गुल का सेवन करने के बाद पुरुषों को अपने यौन स्वास्थ्य में सुधार लाने में काफी मदद मिल पाती है। इस दवाई का सेवन करने के बाद पुरुषों के शरीर में यौन उत्तेजना बढ़ती है, लिंग में रक्त प्रवाह बढ़ता है, लिंग की मांसपेशियों में मजबूती उत्पन्न होती है और शरीर में मर्दाना ताकत का अनुभव होता है; जिसके चलते सेक्स करते समय पुरुषों के लिंग में सही तनाव उत्पन्न हो पाता है और लिंग में आई शिथिलता की समस्या से उनको राहत मिल पाती है। इस दवाई का सेवन खाना खाने के बाद दिन में दो बार हल्के गुनगुने गर्म दूध के साथ करना चाहिए। इस दवाई का अतिरिक्त सेवन करने से बचना चाहिए; वरना पुरुषों को विविध प्रकार के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
४) पतंजलि दिव्य यौवन चूर्ण –
वांग भस्म, निलगिरी, बेहमन सफेद, पलाश, अश्वगंधा जैसे प्राकृतिक आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का मिश्रण इस चूर्ण में मौजूद होता है। पतंजलि द्वारा निर्मित दिव्य यौवन चूर्ण का सेवन पुरुषों के लिए विशेष तौर पर लाभदायक माना गया है। इसमें इस्तेमाल की गई लगभग हर जड़ी-बूटी पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है और शरीर में यौन उत्तेजना को बढ़ाते हैं। जिन पुरुषों के लिंग में शिथिलता की समस्या हो रही है; उनको दिन में दो बार २ ग्राम तक पतंजलि दिव्य चूर्ण का सेवन खाना खाने के बाद करना चाहिए। पुरुषों के लिंग में आई शिथिलता की समस्या को दूर करने के साथ-साथ; यह दवाई पुरुषों की नपुंसकता की समस्या को भी काफी हद तक नियंत्रित कर पाती है।
५) पतंजलि शतावरी चूर्ण –
पतंजलि द्वारा निर्मित शतावरी चूर्ण का सेवन करने के बाद पुरुषों के शरीर में यौन उत्तेजना बढ़ती है, लिंग में मजबूती उत्पन्न होती है और लिंग के हिस्से में मौजूद मांसपेशियों का आराम मिलता है; जिसके चलते पुरुषों का लिंग ताकतवर बनता है। पतंजलि शतावरी चूर्ण महिलाएं तथा पुरुषों के द्वारा इस्तेमाल करने के लिए उपलब्ध होता है। आप अपने नजदीकी मेडिकल स्टोर पर इसे आसानी से खरीद सकते हैं। पतंजलि शतावरी चूर्ण की ३ से ८ ग्राम तक की मात्रा को रोजाना दिन में दो बार हल्के गुनगुने गर्म दूध के साथ खाना खाने के एक घंटे बाद खाना चाहिए। अतिरिक्त मात्रा में इस दवाई का सेवन करने से बचना चाहिए। निर्धारित मात्रा में किया गया पतंजलि शतावरी चूर्ण का सेवन पुरुषों को कई सारे यौनवर्धक लाभ दिलाता है।
तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।