नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज हम जानेंगे, शुक्राणुओं की संख्या की कमी के बारे में। पिछले कुछ सालों से पुरुषों की प्रजनन क्षमता काफी बुरी हद तक प्रभावित हुई है; जिसके चलते उन्हें विभिन्न प्रकार की यौन संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यौन समस्या चाहे कोई भी हो; लेकिन पुरुष यौन कमजोरी का अनुभव करने लगते हैं और उन्हें सेक्स करते हुए भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
शीघ्रपतन, स्तंभन दोष, कामेच्छा की कमी, वीर्य की गुणवत्ता में कमी, शुक्राणुओं की संख्या में कमी, लिंग की शिथिलता, स्वप्नदोष, लिंग में ढीलापन, लिंग के नसों में कमजोरी, विलंबित स्खलन जैसी अनगिनत यौन संबंधित समस्याएं पुरुषों में उभर कर आ रही हैं। इन सभी समस्याओं के पीछे विविध प्रकार के कारण मौजूद होते हैं।
असंतुलित आहार का सेवन, व्यायाम का अभाव, अन हेल्दी लाइफ़स्टाइल, खराब दिनचर्या, शराब, धूम्रपान जैसे नशीली चीजों का सेवन, अधिक शारीरिक एवं मानसिक तनाव, बढ़ता हुआ प्रदूषण जैसे अनगिनत कारणों की वजह से पुरुषों में प्रजनन क्षमता कमजोर हो जाती हैं।
पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या में कमी एक ऐसी ही समस्या है; जिसकी वजह से पुरुष काफी परेशान हो गए हैं। शुक्राणुओं की संख्या में कमी होने की वजह से पुरुषों के वीर्य की गुणवत्ता पर भी असर पड़ता है और उसमें भी कमजोरी देखी जाती हैं। वीर्य और शुक्राणु दोनों ही बच्चे पैदा करने के लिए और सेक्स की प्रक्रिया उचित रूप से होने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
अगर पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं की संख्या में कमी होगी; तो सेक्स के दौरान उन्हें परेशानी का अनुभव होता है और उनकी फीमेल पार्टनर को गर्भावस्था प्रदान करने में भी परेशानियां उत्पन्न होती हैं। शुक्राणुओं की संख्या में इजाफा करने के लिए पुरुष डॉक्टर की सलाह लेकर उचित रूप से ट्रीटमेंट करवा सकते हैं।
साथ ही, शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाने के लिए घर पर रहकर ही घरेलू उपाय अपनाकर, अपने आहार के पद्धति में बदलाव करके और पूरे ही जीवन शैली को हेल्थी बनाकर काफी फायदा देखने को मिलता है।
तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; पुरुषों में शुक्राणुओं की कमी के बारे में पूरी जानकारी।
शुक्राणुओं की संख्या में कमी होना याने क्या ? Low Sperm Count Yane Kya ?
दोस्तों, जैसे हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा तय होती हैं; वैसे ही पुरुषों के शरीर में वीर्य और शुक्राणुओं की मात्रा भी सामान्य रूप से तय की जाती है। जैसे हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होने पर उसके सामान्य मात्रा से कम मात्रा पाई जाती हैं; वैसे ही पुरुषों के शरीर में शुक्राणु की संख्या भी सामान्य रूप से कम हो सकती हैं।
अगर पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं की संख्या सामान्य मात्रा से कम पाई जाती है; तो उसे शुक्राणुओं की संख्या में कमी की समस्या कहा जाता है। पुरुषों के शरीर में शुक्राणु की संख्या में कमी होने की समस्या को मेडिकल भाषा में “ओलिगोस्पर्मिया” कहां जाता है।
इस समस्या के तहत पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं की संख्या सामान्य से कम मात्रा में पाई जाती है। अगर पुरुषों के शरीर में १.५ करोड़ प्रति मिलीलीटर से कम शुक्राणु होते हैं; तो ऐसे पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं की कमी देखी जाती हैं। आमतौर पर, पुरुषों के शरीर में १.५ करोड़ प्रति मिलीलीटर शुक्राणु होना सामान्य माना जाता है।
पुरुषों के शरीर में इस संख्या से अधिक पे शुक्राणु मौजूद हो सकते हैं। प्राकृतिक रूप से गर्भधारण करने के लिए शुक्राणुओं की संख्या सही मात्रा में होना बहुत ही आवश्यक होता है। वैसे देखा जाए; तो शुक्राणु प्राकृतिक रूप से गर्भधारणा करने के लिए सिर्फ एक ही शुक्राणु की आवश्यकता होती हैं।
लेकिन, शरीर में जितनी अधिक शुक्राणु की मात्रा होती है; प्राकृतिक रूप से गर्भधारण करने की संभावना उतनी ही बढ़ जाती हैं। हालांकि, कुछ ऐसे मामले भी पाए जाते हैं; जिनमें पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या कम होने के बावजूद प्राकृतिक गर्भधारणा संभव हो पाती है।
पुरुषों में शुक्राणु की मात्रा कितनी होती हैं ? Purush Ke Shukranu ki Matra
दोस्तों, पुरुषों में शुक्राणुओं की मात्रा सामान्य रूप से तय की जाती हैं। मेडिकल स्टडीज द्वारा यह मात्रा तय की गई है। अगर पुरुषों के शरीर में १.५ करोड़ प्रति मिलीलीटर इतनी होती है या इससे अधिक होती हैं; तो यह उनके लिए सामान्य बात मानी जाती हैं और उनके शरीर में पर्याप्त शुक्राणु मौजूद है; यह इस बात का प्रमाण होता है। लेकिन, अगर पुरुषों के शरीर में सामान्य मात्रा में से कम शुक्राणु मौजूद होते हैं यानी १.५ करोड़ प्रति मिलीलीटर से कम शुक्राणुओं की संख्या पाई जाती है; तो इस स्थिति को शुक्राणुओं की कमी कहा जाता है।
क्या शुक्राणु की कमी की वजह से बच्चा पैदा नहीं होगा ? Sperm ki Kami Se Baccha Paida Nahi Ho rha ?
यह कहना गलत होगा; कि पुरुषों के शरीर में शुक्राणु की कमी होने से बच्चा पैदा नहीं हो सकता है। हालांकि, ऐसा कहना भी गलत नहीं होगा; कि पुरुषों के शरीर में शुक्राणु की कमी की वजह से प्राकृतिक गर्भधारणा करने में थोड़ी अड़चनों और परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
शुक्राणुओं की संख्या में कमी आ जाने की वजह से वीर्य की गुणवत्ता और शुक्राणु की गतिशीलता में भी प्रभाव पड़ता है; जिसका सीधा असर सेक्स की प्रक्रिया पर पड़ता है। अगर पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं की कमी है; तो कई मामलों में प्राकृतिक गर्भधारणा करने में परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं।
हालांकि, ऐसे कई मामले पाए जाते हैं; जिसमें पुरुषों के शरीर में शुक्राणु की कमी होने के बावजूद प्राकृतिक गर्भधारणा संभव हो पाती है। अगर आपको भी गर्भधारणा करने में कोई तकलीफ महसूस हो रही है; तो आप डॉक्टर की सलाह लेकर अपने शरीर में शुक्राणु की मात्रा को जरूर चेक करवाएं।
क्योंकि, प्राकृतिक गर्भधारणा ना होने के पीछे पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं की संख्या कम होना भी एक कारण माना जाता है।
शुक्राणु की कमी से क्या नुकसान होते हैं ? Shukranu ki Kami Se Kya Nuksan
अगर पुरुषों के शरीर में शुक्राणु की कमी है; तो निम्नलिखित नुकसान दिखाई देते हैं।
- शुक्राणु की कमी का सबसे बड़ा नुकसान होता है; प्राकृतिक रूप से गर्भधारणा ना कर पाना।
- कई बार शुक्राणुओं की कमी की वजह से पुरुषों के शरीर में यौन कमजोरी का अनुभव होने लगता है और यौन समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।
- शुक्राणु की कमी के कारण सेक्स करते समय लिंग में सही तनाव बनाए रखने में और इरेक्शन प्राप्त करने में परेशानियां उत्पन्न होती है।
- शरीर में शुक्राणु की कमी हो जाने की वजह से पुरुषों के वृषण के या लिंग के आसपास मौजूद बाल कम हो जाते हैं।
- शुक्राणु की कमी होने के कारण पुरुष नपुंसकता और स्तंभन दोष, शीघ्रपतन जैसी यौन संबंधित समस्याओं का शिकार हो जाते हैं।
- शुक्राणु की कमी का वीर्य की गुणवत्ता पर भी असर पड़ता है; जिसके चलते वीर्य की गुणवत्ता में गिरावट आ सकती है।
- पुरुषों को शुक्राणु की कमी के चलते वृषण में दर्द, सूजन और गांठ की समस्या हो सकती है।
- शुक्राणु की कमी के चलते पुरुषों के सेक्स ड्राइव में कमी आ जाती हैं और उनका सेक्स करने का मन नहीं करता है।
क्या खाने से शरीर में शुक्राणु बढ़ने लगते हैं ? Shukranu Badhane ke Liye Kya Khaye ?
निम्नलिखित पदार्थों का सेवन पुरुषों में शुक्राणु बढ़ाने के लिए मददगार साबित होता है।
१) कद्दू के बीज –
दोस्तों, कद्दू के बीज आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। कद्दू के बीज का सेवन करने से आपके शरीर को ओमेगा-३ फैटी एसिड, जिंक, मैग्नीशियम, सोडियम, पोटेशियम, विविध प्रकार के विटामिन इन सभी पोषक तत्वों की आपूर्ति होती है। जिन पुरूषों के शरीर में शुक्राणु की कमी खल रही है; उनको कद्दू के बीजों का सेवन अवश्य करना चाहिए। इन बीजों का सेवन करने से शरीर में शुक्राणु का उत्पादन बढ़ता है और उनकी संख्या में इजाफा होता है।
कुछ हफ्तों तक रोजाना दिन में दो बार दो चम्मच कद्दू के बीजों का सेवन करने से पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की लेवल नियंत्रित होती है, शुक्राणुओं के उत्पादन तथा संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिलती है।
२) हरी पत्तेदार सब्जियां –
कद्दू, लौकी, पालक, तोरई, करेला, मेथी, ब्रोकोली, पत्ता गोभी, गाजर, चुकंदर जैसी सब्जियों का सेवन करने से पुरुषों के शरीर में शुक्राणु की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिलती है। रोजाना तौर पर इनमें से कम से कम एक सब्जी का सेवन पुरुषों को अवश्य करना चाहिए; ताकि वह प्राकृतिक रूप से शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के उत्पादन को और शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाने में सफल हो सके। इन सभी सब्जियों में कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, आयरन, जरूरी विटामिन मौजूद होते हैं; जो शुक्राणु के उत्पादन को बढ़ाते हैं और यौन क्षमता को बेहतर बनाने में मददगार होते हैं।
३) ड्राई फ्रूट्स –
अकरोट, बादाम, पिस्ता, खजूर, किशमिश, अंजीर, मखाना हाथी प्रकार के ड्राई फ्रूट्स सेहत के लिए बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक होते हैं तथा वीर्य वर्धक गुणों से युक्त भी होते हैं। इन सभी ड्राई फ्रूट्स का सेवन करने से पुरुषों के शरीर में शुक्राणु के उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है। इन सभी ड्राई फ्रूट में ओमेगा थ्री फैटी एसिड, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, पोटैशियम, सोडियम, जिंक, विटामिन जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं; जो पुरुषों के लिंग को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ, शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के लिए कल को नियंत्रित करते हैं और शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाने में मददगार होते हैं।
४) ताजे फल –
केला, तरबूज, अंगूर , अनार, सेब, आम, चीकू जैसे ताजे फलों का सेवन पुरुषों के शरीर में शुक्राणु के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं। इनमें से रोजाना लगभग एक फल का सेवन करने से भी पुरुष आसानी से अपने शरीर में शुक्राणु के उत्पादन को और संख्या को बढ़ा सकते हैं। इन सभी फलों में सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं; जो प्रजनन क्षमता में सुधार लाने के लिए उपयुक्त माने जाते है।
जिन पुरुषों को शुक्राणुओं की कमी खल रही है; उनको इनमें से रोजाना तौर पर कम से कम एक से दो फलों का सेवन अवश्य करना चाहिए।
५) घी –
दोस्तों, हमारे देश में पुराने जमाने से खाए जाने वाला देसी घी किसी औषधि से कम नहीं होता है! देसी घी का रोजाना तौर पर किया गया सेवन आपके शरीर में शुक्राणु की कमी बिल्कुल भी नहीं होने देता है। रोजाना तौर पर देसी घी का किया गया सेवन पुरुषों के फर्टिलिटी को बूस्ट करता है और शरीर में शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाता है। यह बहुत ही आसान उपाय है; जिसके तहत पुरुष घर पर रहकर ही शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ा सकते हैं।
पुरुषों में शुक्राणु बढ़ाने के लिए घरेलू उपाय : Shukranu Badhane Ke Gharelu Upay
पुरुषों में शुक्राणु बढ़ाने के लिए निम्नलिखित घरेलू उपाय अपनाने चाहिए।
१) लहसून –
दोस्तों, चाहे कोई भी यौन संबंधित समस्या हो; लहसुन की कच्ची कलियों का सेवन लगभग सभी ही यौन संबंधित समस्याओं का निवारण करने में और उन्हें नियंत्रित करने में बहुत ही कारगर माना जाता है। हमारे भारतीय घरों में लहसुन का सेवन लगभग रोजाना तौर पर किया जाता है। ऐसी कोई भी सब्जी नहीं बनती है; जिसमें लहसुन नहीं डाला जाता हो! लेकिन, कच्ची लहसुन की कलियों का सेवन करने से पुरुषों को विशेष लाभ देखने को मिलते हैं।
अगर पुरुषों को शरीर में स्पर्म काउंट को बढ़ाना है; तो उन्हें रोजाना तौर पर तीन से चार कच्ची लहसुन की कलियों का सेवन अवश्य करना चाहिए। कची कलियों का सेवन करने में कोई दिक्कत आ रही है; तो लहसुन की कलियों को घी में भूनकर खाने से भी लाभ देखने को मिलते हैं। लहसुन की कच्ची कलियों का सेवन पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के उत्पादन को बढ़ाता है, शुक्राणुओं की संख्या में इजाफा करता है और यौन क्षमता को सुधारने का काम करता है।
२) प्याज –
हमारे भारतीय घरों में प्याज का सेवन लगभग रोजाना तौर पर किया जाता है। अनगिनत यौन संबंधित समस्याओं का निवारण पाने के लिए सिर्फ प्याज का सेवन करने से ही काफी लाभ देखने को मिलते हैं। प्याज में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व आपकी यौन प्रजनन क्षमता को सुधारने में कारगर माने जाते हैं। आप प्याज का सेवन सब्जी में डालकर कर सकते हैं या कच्चा प्याज का सेवन भी किया जा सकता है। प्याज का सेवन सलाद के रूप में करने से विशेष लाभ देखने को मिलते हैं। जिन पुरुषों को शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाना है; वह घर पर रहकर ही सिर्फ प्याज का सेवन करने से ही शुक्राणु की संख्या को बढ़ा सकते हैं।
३) एक्सरसाइज –
दोस्तों, कीगल एक्सरसाइज, प्लैंक एक्सरसाइज तथा स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज पुरुषों को विशेष तौर पर करनी चाहिए। यह तीनों ही एक्सरसाइज पुरुषों के प्रजनन क्षमता को बढ़ाती है, लिंग के हिस्से में ब्लड सरकुलेशन को बढ़ाती है और लिंग के हिस्से को मजबूती प्रदान करती है। साथ ही, इन तीनों ही एक्सरसाइज का अभ्यास पुरुषों के शरीर में शुक्राणु की संख्या को बढ़ाने के लिए भी लाभदायक माना जाता है।
पश्चिमोत्तानासन, हलासन, धनुरासन, भुजंगासन, मकरासन, बालासन, शवासन जैसे योगासन का रोजाना तौर पर किया गया अभ्यास पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ; उनके शरीर में शुक्राणु की संख्या को भी बढ़ाते हैं।
साथ ही, प्राणायाम जैसे भस्त्रिका, भ्रामरी, अनुलोम विलोम, कपालभाति इन का अभ्यास करने से भी पुरुषों को मानसिक रूप से शांति मिलती है और लिंग की मांसपेशियों को आराम मिलता है; जिसकी वजह से लिंग की मांसपेशियां पुनर्जीवित होकर शुक्राणु के उत्पादन में अपना योगदान देती हैं।
४) तनाव –
आजकल घर की जिम्मेदारियां और ऑफिस की जिम्मेदारियां संभालते संभालते पुरुषों को तनाव आ ही जाता है। बढ़ते हुए काम की वजह से शारीरिक एवं मानसिक तनाव आना आजकल बहुत ही आम समस्या हो गई हैं। इस तनाव को कम करने के लिए पुरुष अच्छी आदतों का पालन कर सकते हैं। क्योंकि, अत्यधिक तनाव आपके प्रजनन क्षमता के लिए हानिकारक होता है; जिससे स्पर्म काउंट पर भी असर पड़ता है।
तनाव को कम करने के लिए पुरुष बुक्स पढ़ना, गार्डनिंग करना, घूमने जाना, परिवार के साथ समय व्यतीत करना, मोटिवेशनल वीडियोस देखना या किताबें पढ़ना, मेडिटेशन करना आदि अच्छी आदतों का पालन पुरुषों को अंदरूनी रूप से शांति प्रदान करता है, आप एक अच्छी गहरी नींद सो पाते हैं और तनाव से मुक्त करता है; इसीलिए उनके शरीर में तनाव कम हो के शुक्राणु के उत्पादन को बढ़ावा मिल पाता है।
५) गलत आदतों को छोड़ना –
शराब, धूम्रपान, तंबाकू के पदार्थ तथा सरकार द्वारा बैन किए गए नशीली चीजों का सेवन आपको थोड़ी देर के लिए स्वर्ग की अनुभूति देता है; लेकिन इसका लोंग टर्म साइड इफैक्ट्स आपके शरीर को खोखला बना देता है और आपके प्रजनन क्षमता को पूरी तरीके से बर्बाद करके रख देता है।
शरीर में शुक्राणु की संख्या को बढ़ाने के लिए पुरुषों को इन सभी गलत आदतों को त्यागना होता है। गलत आदतों को त्यागना इतना आसान नहीं होता है। इसीलिए, आप किसी एक्सपर्ट की सलाह भी ले सकते हैं या नशा मुक्ति केंद्र का सहारा भी ले सकते हैं। लेकिन, इन गलत आदतों को त्यागने से पुरुषों के शरीर में शुक्राणु का उत्पादन जरूर बढ़ता है।
शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक दवा की जानकारी : Shukranu Ki Sankhya Badhane Ki Ayurvedic Dawa
दोस्तों, हम निम्नलिखित कुछ आयुर्वेदिक दवाइयों के विकल्प बताने जा रहे हैं; जिनका सेवन आप आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार शुक्राणु की संख्या बढ़ाने के लिए कर सकते हैं।
१) गोखरू –
गोखरू एक बहुत ही ताकतवर औषधि है; जिसका सेवन करने से पुरुषों की लगभग हर यौन संबंधित समस्या का इलाज संभव हो पाता है। गोखरू में पाए जाने वाले औषधीय तत्व पुरुषों के शरीर में योन कमजोरी को दूर करते हैं और शीघ्रपतन, स्तंभन दोष जैसी समस्याओं का निवारण करने में सक्षम माने जाते हैं।
इसी के साथ, गोखरू का सही तरीके से किया गया सेवन पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को बढ़ाता है; जिससे शुक्राणुओं की संख्या में और वीर्य की गुणवत्ता में बढ़ोतरी देखने को मिलती हैं। आप किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार गोखरू के द्वारा निर्मित दवाइयों का सेवन अवश्य करें; इससे आपको स्पर्म काउंट में जरूर बढ़ोतरी देखने को मिलती हैं।
२) अश्वगंधा –
आजकल अश्वगंधा से निर्मित कई सारी दवाइयां मेडिकल स्टोर पर आसानी से उपलब्ध होती हैं। पतंजलि, बैद्यनाथ जैसे आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने वाली कंपनियों के द्वारा अश्वगंधा के कैप्सूल तथा चूर्ण का निर्माण किया जाता है और आप इसे आसानी से किसी भी मेडिकल स्टोर पर खरीद सकते हैं। अश्वगंधा एक बहुत ही जानी-मानी जड़ी बूटी है; जिसका सेवन आपके लिए स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है।
कामोत्तेजक, वीर्य वर्धक, लिंग वर्धक गुणों से युक्त अश्वगंधा जड़ी बूटी का सेवन करने से पुरुषों के शरीर में शुक्राणु के उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है; जिससे शुक्राणुओं की संख्या में बढ़ोतरी होती हैं। किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार अश्वगंधा की दवाइयों का सही सेवन करने का तरीका जाने और शरीर में शुक्राणु के उत्पादन को बढ़ाएं।
३) शिलाजित –
दोस्तों, शिलाजीत नामक जड़ी बूटी भी एक बहुत ही ताकतवर औषधि है; जो यौन संबंधित समस्याओं का निवारण करने के साथ-साथ आपको कई स्वास्थ्यवर्धक लाभ दिलाती है। आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही शिलाजीत का सेवन करना उचित माना जाता है। क्योंकि, मार्केट में ऐसी कई दवाइयां उपलब्ध है; जो शिलाजीत से बनाई जाती है।
लेकिन, उन में इस्तेमाल किए जाने वाले शिलाजीत की जड़ी बूटी मिलावटी भी हो सकती हैं। शिलाजीत जड़ी बूटी का सेवन करने से पुरुषों के शरीर में मर्दाना ताकत जागृत होती है और यौन कमजोरी दूर हो जाती हैं। साथ ही, शिलाजीत का सही तरीके से किया गया सेवन पुरुषों के शरीर में शुक्राणु के उत्पादन को बढ़ावा देता है और शुक्राणुओं की संख्या में इजाफा करता है।
४) सफेद मूसली –
कामोत्तेजक, वीर्य वर्धक और लिंग वर्धक गुणों से युक्त सफेद मूसली का सेवन पुरुषों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होता है। शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने का काम सफेद मुसली करती है। सफेद मुसली एक बहुत ही ताकतवर जड़ी बूटी है; जो पुरुषों में लगभग हर यौन संबंधित समस्या का निवारण करने में सक्षम होती हैं। सफेद मूसली द्वारा बनाए गए चूर्ण का सेवन करने से पुरुषों को अपने शरीर में शुक्राणुओं की संख्या में इजाफा देखने को मिलता है और यौन कमजोरी दूर हो जाती हैं।
तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।