हेलो फ्रेंड्स, स्वागत है आपका। आज का लेख होने वाला है, टेस्टोस्टेरोन की कमी इस विषय के बारे में। पिछले कुछ सालों से पुरुषों के यौन क्षमता में काफी कमजोरी आ चुकी है। बदली हुई जीवनशैली की वजह से पुरुषों के प्रजनन क्षमता पर भी काफी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। कारण चाहे कोई भी हो; प्रजनन क्षमता में कमजोरी आ जाने पर पुरुषों को सेक्स करते समय काफी परेशानियों का अनुभव होता है।
साथ ही, कमजोर प्रजनन क्षमता के चलते पुरुषों के शरीर में यौन कमजोरी आ जाती है और उनका सेक्स लाइफ दे बुरी तरीके से प्रभावित होता है। हमारे शरीर में हर एक घटक का उचित मात्रा में होना बहुत ही आवश्यक होता है; तभी हमारी शारीरिक कार्यप्रणाली उचित रूप से कार्यरत होती है। पुरुषो में ऐसा ही घटक होता है; टेस्टोस्टेरोन हार्मोन।
पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा उचित रहना बहुत ही आवश्यक माना जाता है। टेस्टोस्टेरोन हार्मोन ना सिर्फ पुरुषों के यौन क्षमता को बढ़ावा देता है; बल्कि पुरुषों के शारीरिक और मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य के लिहाज से भी इस हार्मोन की महत्वता अधिक होती है। पुरुषों के अंडकोष में एक तरह का हार्मोन होता है; जिसे टेस्टोस्टेरोन कहा जाता है।
शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा उचित बने रहने से पुरुषों का यौन स्वास्थ्य और उनका शारीरिक स्वास्थ्य बरकरार रहता है। अगर किसी कारणवश पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की लेवल कम हो जाती है; तब उन्हें शारीरिक तथा यौन संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आमतौर पर, बढ़ती हुई उम्र के साथ पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की लेवल कम होती जाती हैं; जो कि एक बहुत ही सामान्य बात मानी जाती हैं।
टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी को मेडिकल भाषा में “हाइपोगोनेडिज्म” कहा जाता है। साथ ही, कुछ परिस्थितियों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी होने की वजह से पुरुषों को ओस्टियोपोरोसिस, स्तंभन दोष तथा मांसपेशियों की कमजोरी जैसी अनगिनत समस्याएं सताने लगती है। शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा कम होने पर कुछ विशिष्ट प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं; जिनको पुरुषों को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
ऐसा होने पर आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। साथ ही, घर पर रहकर ही अपने आहार में कुछ विशिष्ट प्रकार के पदार्थों का सेवन करना चाहिए; ताकि अप्राकृतिक रूप से टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की लेवल को शरीर में नियंत्रित कर पाते हैं
तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी के बारे में पूरी जानकारी।
टेस्टोस्टेरोन की कमी किन चीजों से होती हैं ? Testosterone Ki Kami Kin Chijo Se hai ?
दोस्तों, पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन की कमी आने के निम्नलिखित कारण होते हैं।
१) शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित बीमारियां –
डायबिटीज, मोटापा, तनाव, डिप्रेशन, कैंसर, हाई बीपी, हाई कोलेस्ट्रॉल, एचआईवी, किडनी की समस्या तथा अनिद्रा जैसी स्वास्थ्य संबंधित समस्याए और इन बीमारियों का इलाज करने के लिए सेवन की जाने वाली कुछ विशिष्ट प्रकार की दवाइयों की वजह से पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन और उसकी मात्रा दोनों ही प्रभावित होते हैं। बढ़ती उम्र के साथ शरीर में टेस्टोस्टेरोन की कमी आना एक बहुत ही सामान्य बात मानी जाती है। लेकिन, कम उम्र में ही अगर आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन की कमी देखी जा रही है; तो उसके पीछे शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं भी एक कारण हो सकता है।
२) टेस्टोस्टेरोन कम करने वाले पदार्थ –
दोस्तों, हमारे द्वारा रोजाना तौर पर कई सारे पदार्थों का सेवन किया जाता है; जो स्वास्थ्यवर्धक भी माना जाता है। लेकिन, कुछ पदार्थ ऐसे भी होते हैं; जिनका सेवन करने से आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन की लेवल बाधित हो सकती हैं। अलसी के बीज, शराब धूम्रपान, सोया प्रोडक्ट्स तथा मिठाई के कुछ विशिष्ट प्रकार के स्वीट प्रोडक्ट्स जैसे पदार्थों का अत्याधिक मात्रा में सेवन करने से आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन बाधित होता है; जिसके चलते टेस्टोस्टेरोन की लेवल कम हो जाती है।
३) अन्य कारण –
अंडकोष में चोट लगना, शरीर में आयरन की मात्रा अधिक होना, पिट्यूटरी ग्रंथि का कार्य बाधित होना, अनुवांशिकता, प्रोस्टेट कैंसर के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाले विशिष्ट प्रकार की दवाइयों का सेवन तथा सिरोसिस जैसी अनगिनत अन्य समस्याओं की वजह से पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन और उसकी मात्रा प्रभावित होते हैं और शरीर में टेस्टोस्टेरोन की लेवल कम हो जाती है।
टेस्टोस्टेरोन की कमी के लक्षण क्या है ? Testosterone Ki Kami Ke Lakshan
दोस्तों, शरीर में जैसे ही टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन तथा मात्रा कम होती हैं; वैसे ही आपको निम्नलिखित कुछ लक्षण दिखाई देते हैं; जिन्हें आपको बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना है और इनमें से कोई भी एक लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेकर टेस्टोस्टेरोन की टेस्ट करवाना है।
- हड्डियों से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न होना, जैसे ऑस्टियोपोरोसिस।
- मांसपेशियों में कमजोरी आना और मांसपेशियों की क्षति होना।
- शारीरिक थकावट एवं कमजोरी का अनुभव होना।
- बालों का झड़ना और शरीर के बालों में कमी आना।
- यौन उत्तेजना में कमी आना और कामेच्छा की कमी होना।
- शीघ्रपतन तथा इरेक्टाइल डिस्फंक्शन जैसी यौन संबंधित समस्याओं का अनुभव होना।
- हमेशा डिप्रेशन तथा चिंता में रहना।
- मूड स्विंग्स होना और हमेशा उदास रहना।
- सोचने समझने की शक्ति कम होना।
- शरीर में चर्बी का बढ़ना।
- हिमोग्लोबिन में कमी आना और एनीमिया की समस्या होना।
- गंभीर मामलों में पुरुषों में नपुंसकता उभरकर आना।
पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन की कमी के नुकसान क्या है ? Purush Testosterone Ki Kami ke Nuksan
दोस्तों, शरीर के कार्य प्रणाली को उचित रूप से कार्यरत करने के लिए जरूरी घटकों का कम होना या उनकी लेवल में गिरावट आना आपके लिए बहुत बड़ी परेशानी का सबब बन जाता है। साथ ही, शरीर में जरूरी घटकों की कमी आ जाने पर आपके शारीरिक, मानसिक तथा यौन स्वास्थ्य को इसका खामियाजा जरूर भुगतना पड़ता है वैसे ही, अगर आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन की कमी आ जाती है; तो आपको भी कई सारी स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न होने की आशंका बनी रहती है।
- टेस्टोस्टेरॉन की कमी आने पर पुरुषों के शरीर पर बाल कम होने लगते हैं और उन्हें सेक्स हार्मोन से जुड़ी गंजापन की समस्या हो जाती है।
- शरीर में टेस्टोस्टेरोन की कमी होने पर पुरुषों के मेल ब्रेस्ट आना शुरू हो जाता है।
- शरीर में टेस्टोस्टेरोन की कमी पुरुषों में ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर समस्या का कारण बन सकता है।
- मांसपेशियों में कमजोरी तथा मांसपेशियों की क्षति भी टेस्टोस्टेरोन की कमी के कारण होने वाला एक नुकसान ही होता है।
- शरीर में टेस्टोस्टेरोन की कमी होने पर पुरुषों को विविध प्रकार की यौन संबंधित समस्याएं सताने लगती है। जैसे; इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, शीघ्रपतन, कामेच्छा की कमी, नपुंसकता आदि।
आमतौर पर टेस्टोस्टेरोन कितनी मात्रा में होता है ? Testosterone Kitni Matra Kitni Hoti hai ?
दोस्तों, हमारे शरीर में मौजूद लगभग हर घटक की एक उचित मात्रा तय होती है। उस घटक की मात्रा कम या ज्यादा होने पर शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसा ही मामला देखा जाता है; टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के बारे में भी।
आमतौर पर, एक वयस्क स्वस्थ पुरुष में ३००-१००० नैनो ग्राम प्रति डेसी लीटर इतनी टेस्टोस्टेरोन की मात्रा होती है। अगर एक स्वस्थ पुरुष के शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा ३०० नैनो ग्राम ग्राम प्रति डिसिलिटर से कम है; तो इसे ही शरीर में “टेस्टोस्टेरोन की कमी” कहा जाता है।
आमतौर पर, बढ़ती उम्र के साथ पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन और उसकी मात्रा कम होती जाती है; जो कि बहुत ही सामान्य स्थिति मानी जाती हैं। लेकिन, अगर किसी कारणवश कम उम्र में ही आपको टेस्टोस्टेरॉन की कमी खल रही है; तो यह किसी स्वास्थ्य संबंधित या यौन संबंधित समस्या का संकेत और लक्षण हो सकता है।
उम्र और लिंग के अनुसार टेस्टोस्टेरोन का स्तर कितना होना चाहिए ? Umra Aur Ling Ke Anusar Testosterone Ka Leval
दोस्तों, महिलाओं में भी और पुरुषों में में भी टेस्टोस्टेरोन का स्तर एक-दूसरे से काफी अलग होता है। टेस्टोस्टेरोन का स्तर उम्र और लिंग के अनुसार अलग-अलग देखा जाता है। उम्र के हर पड़ाव पर पुरुष तथा महिलाओं के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के उत्पादन तथा उसकी मात्रा में बदलाव जरूर आता है। तो आइए जानते हैं, उम्र और लिंग के अनुसार टेस्टोस्टेरोन की मात्रा के बारे में जानकारी।
दोस्तों, आमतौर पर। ८ से १० साल उम्र की लड़कियों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा लगभग २.७० से १०.३० एनजी/डीएल इतनी होती हैं। जब एक लड़की किशोरावस्था के दौरान होती है; मतलब उसकी उम्र १४ से १७ साल की होती है; तब उसके शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा लगभग १६.५ से ३१.५ एनजी/डीएल इतनी होती हैं। जब एक लड़की १९ साल की होती है या उससे अधिक की होती है; तब उसके शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा लगभग १६ से ७० एनजी/डीएल इतनी होती है।
अब बात करते हैं, पुरुषो की। जब लड़के की उम्र ७ से १० वर्ष की होती है; तब उसके शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा १.९ से ५.६ एनजी/डीएल इतनी होती है। किशोरावस्था (१३-१७ उम्र) के दौरान लड़कों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा लगभग २०९ से ४९६ एनजी/डीएल इतनी होती है। जब एक लड़का १९ वर्ष का होता है या उससे अधिक उम्र का होता है; तब उसके शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा लगभग २६५ से ९२० एनजी/डीएल इतनी होती है।
टेस्टोस्टेरोन बूस्टर की जानकारी : Testosterone Booster
दोस्तों, मार्केट में विविध प्रकार के टेस्टोस्टेरोन बूस्टर दवाइयां उपलब्ध होते हैं; लेकिन इन दवाइयों का सेवन करने से पहले इनकी सही मात्रा, सही खुराक और इनका सेवन करने का सही अवधि इन सब की जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको डॉक्टर की सलाह लेना बहुत ही आवश्यक माना जाता है।
१) डॉ. मोरपेन टेस्टों बूस्टर – Dr. Morepen Testo Boost
दोस्तों, पुरुषों के शरीर में आई टेस्टोस्टेरोन की मात्रा को बढ़ाने के लिए और उसे नियंत्रित रखने के लिए इस दवाई का सेवन करने से विशेष लाभ देखने को मिलते हैं। इस दवाई का सेवन करने से पहले आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। इस दवाई के एक पैकेट में लगभग ३० गोलियां आती हैं। इस दवाई का सेवन करने के बाद पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा नियंत्रित रहती हैं। साथ ही, टेस्टोस्टेरोन की कमी की वजह से आई शारीरिक थकावट दूर करने में भी यह दवाई बहुत ही असरदार मानी जाती है। इस दवाई का सेवन करने के बाद पुरुषों के शरीर में एनर्जी मेंटेन रहती है और उन्हें चुस्ती का अनुभव होता है।
२) बोल्ड केयर अल्फा टेस्टो बूस्टर – Bold Care Alpha – Increase Testosterone
विविध प्रकार के प्राकृतिक घटक से यह निर्मित यह दवाई आपके लिए एक बेस्ट टेस्टोस्टरॉन बूस्टर की तरह काम करती है। पुरुषों के शरीर में आए टेस्टोस्टेरोन की कमी को दूर करने के लिए पुरुष इस दवाई का सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार कर सकते हैं। यह दवाई खाने के बाद पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा नियंत्रित होती है तथा पुरुषों के शरीर में यौन शक्ति भी बढ़ाई जा सकती हैं। इस दवाई का सेवन करने के बाद शरीर में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन बढ़ने के साथ-साथ; शुक्राणुओं की संख्या भी बढ़ती है तथा वीर्य की गुणवत्ता में भी सुधार आता है।
३) हिमालयन ऑर्गेनिक प्लांट बेस्ड टेस्टोस्टेरोन बूस्टर – Himalayan Organics Testosterone Booster Tablets
दोस्तों इस दवाई के नाम से ही पता चलता है; कि यह दवाई पूरी तरीके से प्राकृतिक घटकों से निर्मित हुई है। इस दवाई को बनाने में विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक औषधियों का इस्तेमाल किया जाता है। यह दवाई खाने के बाद पुरुषों को शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा बरकरार रखने में मदद मिल पाते हैं। यह एक बहुत ही असरदार टेस्टोस्टरॉन बूस्टर सप्लीमेंट है; जिसके तहत शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा तो बढ़ती ही है; साथ ही शरीर की मांसपेशियों में भी मजबूती आती है और शारीरिक थकावट, कमजोरी दूर हो जाती हैं।
टेस्टोस्टेरोन की कमी से बचने के लिए संतुलित आहार : Testosterone Ki Kami Se Bachne Ke Liye Santulit foods
दोस्तों, शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा को उचित बनाए रखने के लिए और टेस्टोस्टेरोन की कमी से सुरक्षित रहने के लिए पुरुषों को अपने आहार में निम्नलिखित पदार्थों का अवश्य समावेश करना चाहिए।
१) जरूरी पोषक तत्व –
दोस्तों, पुरुषो के शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण भी टेस्टोस्टेरोन की मात्रा कम हो जाती हैं। ऐसे में, पुरुषों को ओमेगा थ्री फैटी एसिड, जिंक, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम जैसे जरूरी मिनरल्स तथा विविध प्रकार के विटामिन युक्त आहार का सेवन अवश्य करना चाहिए; ताकि वह प्राकृतिक रूप से शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा को मेंटेन कर सके और टेस्टोस्टेरोन की कमी से सुरक्षित रह पाए। सारे जरूरी पोषक तत्व युक्त सूरजमुखी के बीज, कद्दू के बीज जैसे नट्स तथा बादाम, काजू, पिस्ता, अखरोट, अवकड़ो, खजूर, किशमिश जैसे ड्राई फ्रूट्स और अंडे, मछली जैसे मांसाहारी पदार्थों का सेवन पुरुषों को रोजाना तौर पर सीमित मात्रा में जरूर करना चाहिए।
२) सब्जियां –
मेथी, पालक, पत्ता गोभी, प्याज, लहसुन, हरा प्याज, गाजर, खीरा ककड़ी, टमाटर, चुकंदर जैसी सब्जियां और सेब, तरबूज, केला, अंगूर, मोसंबी, संतरा, अनार, पपीता, अनानास जैसे पोषक तत्वों से भरपूर फलों का सेवन करने से पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का उत्पादन बढ़ता है और मेंटेन रहता है। इन सभी पोषक तत्व युक्त पदार्थों का सेवन करने से पुरुष शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी की समस्या से सुरक्षित रह पाते हैं।
तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।