हेलो दोस्तों, स्वागत है आपका। आज का आर्टिकल होने वाला है, नसबंदी की वजह से इरेक्शन की समस्या इस विषय के बारे में। दोस्तों, आजकल लोग काफी पढ़े लिखे होते हैं और अच्छे बुरे की समझ को पहचानते हैं। इसीलिए, जो लोग अच्छे पढ़े लिखे होते हैं; वह शादी होने के तुरंत बाद बच्चे पैदा करने से परहेज कर देते हैं। उचित प्रकार के गर्भ निरोधक उपायों का इस्तेमाल करते हुए महिला तथा पुरुष अपने सेक्स लाइफ को बेहतर तरीके से जीने की कोशिश करते हैं।
शादी के कुछ सालों बाद एक से दो बच्चे को पैदा करने के बाद महिलाओं द्वारा फैमिली प्लैनिंग ऑपरेशन किया जाता है या पुरुष भी नसबंदी करवा कर एक अच्छे विकल्प को चुनते हैं। यह बात हो गई; शहरों की! बात की जाए ग्रामीण इलाकों की; तो आज भी कई ग्रामीण इलाकों में दो बच्चों से अधिक बच्चे पैदा करने का चलन चलते आ रहा है। पहले दो बार बेटियां हो जाने पर बेटे की आस में महिलाएं गर्भवती होती है और जब तक बेटा पैदा नहीं होता; तब तक बच्चों को जन्म देती रहती है।
ऐसा होने पर देश की आबादी बढ़ती ही जाती है और जनसंख्या नियंत्रण जैसे योजनाएं सिर्फ कागज पर ही रह जाती है! जन्म नियंत्रण योजनाओं के बारे में ग्रामीण इलाकों में खास तौर पर काफी कम जानकारी प्राप्त होती है; जिसकी वजह से ग्रामीण इलाकों के हर एक घर में आपको दो से अधिक बच्चे मिल जाते हैं। जनसंख्या नियंत्रण ना सिर्फ देश की प्रगति के लिए अच्छा माना जाता है; बल्कि महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ही अच्छा मार्ग होता है।
दो से अधिक ज्यादा बच्चों को जन्म देने के बाद महिलाएं भी शारीरिक रूप से काफी कमजोर हो जाती हैं; जो उनके सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। लेकिन, हमारे भारत देश में कई समाजों में जनसंख्या नियंत्रण के बारे में काफी कम जागरूकता मिलती है; जिसकी वजह से यह योजनाएं सिर्फ कागज पर ही रह जाती है और सफल नहीं हो पाती है।
पुरुषों द्वारा नसबंदी करवाना एक बहुत ही अच्छा विकल्प होता है; जिसके तहत जनसंख्या नियंत्रण योजना काफी हद तक सफल हो पाती है। पुरुषों में नसबंदी करवाने के बाद कई परेशानियां उत्पन्न होती हैं; यह एक तरह का मिथक पूरे ही समाज में फैला हुआ है। इसीलिए, पुरुष नसबंदी करवाने से परहेज कर देते हैं और महिलाओं को फैमिली प्लानिंग ऑपरेशन करवाना पड़ता है।
इसलिए, हमारे सरकार की यह जिम्मेदारी बनती है; कि वह पुरुषों में होने वाली नसबंदी के बारे में सही तरीके से जागरूकता फैलाएं। समाज में फैले हुए इन्हें मिथकों को दूर करने के लिए और पुरुषों में नसबंदी की सही जानकारी देने के लिए हम आपको आज पुरुषों में की जाने वाली नसबंदी के बारे में पूरी तरह की जानकारी देने वाले हैं। इसीलिए, यह लेख आपके लिए बहुत ही फायदेमंद होने वाला है।
तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; पुरुषों में नसबंदी की वजह से आने वाली इरेक्शन की समस्या के बारे में पूरी जानकारी।
पुरुषों का नसबंदी कब करवाना चाहिए ? Purush Nasbandi Kab Kare ?
वैसे देखा जाए; तो हमारे भारत देश में पुरुषों द्वारा नसबंदी करवाने की कानूनी उम्र १८ वर्ष से ऊपर की है। लेकिन, पुरुष नसबंदी कब करवाना चाहते हैं; यह हर किसी व्यक्ति का निजी और व्यक्तिगत मामला होता है। पुरुष अपनी सहूलियत के अनुसार उम्र भर में कभी भी नसबंदी की प्रक्रिया करवा सकते हैं।
नसबंदी की प्रक्रिया के दौरान पुरुषों में सेक्स करते दौरान स्खलित होते समय शुक्राणुओं को अंदर छोड़ने से रोका जाता है; जिसके तहत महिलाओं में फॉलिकल और शुक्राणु का फर्टिलाइजेशन कभी भी संभव नहीं हो पाता है और महिलाएं प्रेग्नेंट होने की संभावना लगभग ना के बराबर हो जाती है।
दोस्तों, पुरुषों के द्वारा नसबंदी करवाने से महिलाओं को अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा मिलता है और वह कपल ताउम्र सेक्स लाइफ को अच्छे से जी पाते हैं। हालांकि, पुरुषों द्वारा नसबंदी करवाने के बावजूद पुरुषों के शरीर में शुक्राणु का उत्पादन होते रहता है और वह उत्पादित हुए शुक्राणु शरीर के अंदर ही अवशोषित किए जाते हैं।
पुरुषों के अंडकोष में की जाने वाली नसबंदी की यह सर्जरी बहुत ही आसान होती है; जिसमें सर्जरी के लिए ३० से ४५ मिनट का समय लगता है और इसकी सर्जरी करवाने के बाद रिकवरी भी बहुत ही जल्द हो जाती हैं। पुरुषों में नसबंदी करवाना जन्म नियंत्रण का एक बहुत ही अच्छा विकल्प साबित होता है; जो पुरुष अपनी सहूलियत के अनुसार कभी भी करवा सकते हैं और अपने पार्टनर को अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा दिला सकते हैं।
पुरुष नसबंदी करवाने के फायदे क्या है ? Purush Nasbandi Ke Fayde
पुरुषों में नसबंदी करवाने से निम्नलिखित फायदे देखने को मिलते हैं।
- पुरुषों के द्वारा की जाने वाली नसबंदी जनसंख्या नियंत्रण के लिए सबसे प्रभावी और असरदार उपाय माना जाता है।
- एक बार नसबंदी करवाने के बाद सेक्स करते समय पुरुषों को कंडोम पहनने की झंझट बिल्कुल भी नहीं रहती है; जिससे वह बिना किसी डर के शारीरिक संबंध संभोग का सुख प्राप्त कर सकते हैं।
- नसबंदी करवाने के बाद पुरुषों के यौन स्वास्थ्य, यौन उत्तेजना और फर्टिलिटी पर किसी भी तरह का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है।
- नसबंदी करवाने के बाद पुरुषों के महिला साथी को अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा मिल पाता है।
- पुरुषों द्वारा की जाने वाली नसबंदी की वजह से महिलाओं को अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा मिलने के साथ-साथ; उन्हें विभिन्न प्रकार की गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने से भी राहत मिल पाती है।
नसबंदी करवाने के कितने दिनों बाद सेक्स कर सकते हैं ? Purush Nasbandi KE BAad Sex Kab Kare
दोस्तों, सर्जरी चाहे किसी भी अवयव की हो, छोटी हो या बड़ी हो; सर्जरी करवाने के बाद पूरी तरीके से ठीक होने में हमें काफी समय लगता है। आमतौर पर, पुरुषों में नसबंदी की सर्जरी करवाने के बाद अंडकोष में सूजन तथा दर्द का अनुभव जरूर होता है; जो कई दिनों तक बरकरार रह सकता है। साथ ही, पुरुषों को जननांग के हिस्से में भी काफी असहजता महसूस होती है।
सर्जरी करवाने के बाद डॉक्टर द्वारा सामान्य तौर पर पेन किलर तथा अन्य दवाइयों का सेवन करने की सलाह दी जाती है; जिसके तहत अंडकोष में होने वाली सूजन तथा दर्द से उन्हें राहत मिल पाती है और पोस्ट सर्जरी रिकवरी होने में भी मदद मिल पाती है। नसबंदी करवाने के बाद तुरंत सेक्स बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए; क्योंकि यह पुरुषों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक साबित हो सकता है।
जब भी पुरुषों को अपनी सेहत में सुधार दिखने लगता है और अंडकोष में आई सूजन तथा दर्द की समस्या पूरी तरीके से बंद होने लगती है; उनको अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार फिर से सेक्स करना शुरू करना चाहिए। हालांकि, पेशेंट कब रिकवर होता है और सर्जरी करवाने के बाद उसकी ओवरऑल कंडीशन को देखते हुए डॉक्टर सर्जरी के बाद कम से कम एक हफ्ते तक शारीरिक संबंध बनाने से परहेज करने को बोलते हैं।
जैसा कि हम सभी जानते हैं; यौन गतिविधियों के दौरान पुरुषों को काफी ताकत लगानी पड़ती है। इसीलिए, नसबंदी की सर्जरी करवाने के लगभग एक से दो हफ्तों तक पुरुषों को किसी भी यौन गतिविधि में शामिल होने से बचना चाहिए और जब तक पूरी तरीके से ठीक नहीं हो जाते; तब तक सेक्स की प्रक्रिया को नहीं करना चाहिए।
क्या नसबंदी करने से लिंग खड़ा ना होने की समस्या होती है ? Purush Nasbandi Se Ling Khada Hone Ki Samasya ?
दोस्तों, जैसा कि हमने पहले भी कहा; कि हमारे भारत देश में पुरुषों द्वारा की जाने वाली नसबंदी के बारे में बहुत ही कम जागरुकता मिलती है। इसी कारणवश, भारत देश में पुरुषों द्वारा नसबंदी करवाने का पर्सेंटेज काफी कम है और इसके बारे में काफी मिथक फैले हुए है। इन्हीं मिथकों में से एक है; कि पुरुषों के द्वारा नसबंदी करवाने के बाद उन्हें लिंग खड़ा ना होने की समस्या हो जाती है और उनके यौन स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
हालांकि, यह पूरी तरीके से सच नहीं है। नसबंदी की प्रक्रिया करवाने के बाद पुरुषों के यौन स्वास्थ्य तथा सेक्स परफॉर्मेंस पर कोई भी बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। क्योंकि, नसबंदी की प्रक्रिया के दौरान सिर्फ शुक्राणुओं को की रोकथाम की जाती है; जिसकी वजह से पुरुषों के यौन स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ने की तो कोई बात ही नहीं होती है।
पुरुषों के शरीर में वीर्य का उत्पादन, शुक्राणुओं की संख्या वैसे ही बरकरार रहती है; जैसे की सर्जरी करवाने के पहले होती थी। इसीलिए, पुरुषों में नसबंदी करवाने के बाद लिंग खड़ा ना होने की समस्या होने के मामले बहुत ही कम देखने को मिलते हैं।
हालांकि, कुछ पुरुषों को नसबंदी करवाने के बाद लिंग खड़ा ना होने की समस्या हो रही है; तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेकर इस समस्या का कारण पता लगाएं और इसका इलाज करवाने की कोशिश करें।
नसबंदी करवाने से सेक्स पावर बढ़ सकती है क्या ? Purush Nasbandi Karvane Se Sex Power Badhegi ?
दोस्तों, अध्ययन के अनुसार यह साबित हो चुका है; कि पुरुषों में नसबंदी की सर्जरी करवाने के बावजूद उनकी सेक्स लाइफ, सेक्स ड्राइव, यौन क्षमता तथा प्रजनन क्षमता पर किसी भी तरह का बुरा प्रभाव बिल्कुल भी नहीं पड़ता है। पुरुषों के शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन उनकी फर्टिलिटी को बढ़ाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण घटक माना जाता है। नसबंदी की प्रक्रिया के दौरान प्रोजेस्टेरोन हार्मोन की तो कोई बात ही नहीं होती है और इस पर कोई बुरा प्रभाव भी नहीं पड़ता है।
इसीलिए, नसबंदी करवाने के बाद भी पुरुषों के शरीर में प्रोजेस्ट्रोन का उत्पादन होता रहता है, शुक्राणुओं की संख्या बरकरार रहती है और वीर्य का उत्पादन भी सामान्य रूप से चलता ही रहता है। इसलिए, नसबंदी करवाने के बाद पुरुषों में सेक्स लाइफ किसी भी तरीके से प्रभावित नहीं होती हैं। हालांकि, कुछ ऐसे मामले भी पाए गए हैं; जिनमें नसबंदी करवाने के बाद पुरुषों के सेक्स लाइफ में बढ़ोतरी देखने को मिली है और वह पहले से ज्यादा अच्छे सेक्स लाइफ को जी पा रहे हैं।
नसबंदी करवाने के बाद लिंग खड़ा नहीं हो रहा है तो क्या करें ? Purush Nasbandi Karne KE Baad Ling Khada Hone ME Dikkat ho Rhi hai kya ?
दोस्तों, जैसा कि हमने पहले भी कहा; पुरुषों में नसबंदी की प्रक्रिया करवाने के बाद भी उनके सेक्स लाइव, सेक्स परफॉर्मेंस तथा प्रजनन क्षमता पर किसी भी तरह का कोई भी बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। नसबंदी करवाने के बाद पुरुषों के लिंग की कठोरता, सेक्स ड्राइव, सेक्स परफॉर्मेंस, टेस्टोस्टेरॉन की मात्रा, शुक्राणु की संख्या तथा वीर्य की गुणवत्ता, ऑर्गेजम जैसे प्रक्रियाओं में किसी भी तरह की बाधा उत्पन्न नहीं होती है।
बस, नसबंदी करवाने के बाद पुरुषों के वीर्य में शुक्राणु नहीं होते हैं; यही एक फर्क नजर आता है। अब आप सोचेंगे; कि पुरुषों के द्वारा नसबंदी करवाने के बाद उनके वीर्य में शुक्राणु नहीं आते हैं; तो फिर शुक्राणु जाते कहां है? तो इस बात का जवाब है; कि पुरुषों के शरीर में शुक्राणु का उत्पादन होता रहता है। बस वह शुक्राणु वीर्य में नहीं आते हैं और शरीर में ही अवशोषित हो जाते हैं; जो पुरुषों के स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी हानिकारक नहीं होता है।
अध्ययन के अनुसार भी यह साबित हो चुका है; कि पुरुषों में नसबंदी की प्रक्रिया करवाने के बाद कई लोगों के सेक्स लाइफ में एक अलग ही अनुभव देखने को मिला है। इस लिहाज से, हम कह सकते हैं; कि सेक्स नसबंदी करवाने के बाद पुरुषों के सेक्स लाइफ पर किसी भी प्रकार का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है।
नसबंदी करवाने के बाद भी उनकी सेक्स के दौरान होने वाली प्रक्रियाए और शरीर के अंदर उत्पन्न होने वाली यौन उत्तेजना समान ही बनी रहती है। हालांकि, नसबंदी करवाने के बाद कुछ पुरुषों को अपने लिंग में तनाव उत्पन्न करने में किसी भी तरह की परेशानी उत्पन्न हो रही है; तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
नसबंदी करवाने के बाद बच्चा पैदा होने की संभावना हो सकती है क्या ? Purush Nasbandi Karne Ke Baad Baccha Hona ?
दोस्तों, नसबंदी की प्रक्रिया के दौरान पुरुषों के वास डिफरेंस (वह नली जो शुक्राणु ले जाती है) को सील किया जाता है या काट दिया जाता है; जिससे शुक्राणु की रोकथाम होती है और महिलाओं में फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया नहीं हो पाती है। ऐसा होने पर महिलाएं गर्भवती होने की संभावनाएं लगभग ना के बराबर होती है।
पुरुषों द्वारा की जाने वाली नसबंदी की सर्जरी एक बेहतर गर्भनिरोधक उपाय तो साबित होती ही है; बल्कि एक बेहतर जनसंख्या नियंत्रण का विकल्प भी माना जाता है। पुरुषों के द्वारा की जाने वाली नसबंदी की यह प्रक्रिया महिलाओं को अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा दिलाती है।
हालांकि, नसबंदी करवाने के कुछ मामलों में नसबंदी की प्रक्रिया रिवर्सल हो सकती है और महिलाएं प्रेग्नेंट होने की संभावना ३० से ४०% बनी रहती है। ऐसा होने पर डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक माना जाता है।
तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।