नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप ? दोस्तों, आज जानेंगे लिंग में स्पर्म की कमी के बारे में पूरी जानकारी। आजकल ऐसे कई मर्द मिल जाते हैं; जिनके वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या दिन पर दिन घटती जा रही है। ऐसे में, वह बाप बनने में असमर्थ हो गए हैं।
दोस्तों, कई कारणों की वजह से पुरुषों की प्रजनन क्षमता दिन पर दिन कमजोर होते जा रहे हैं। इसी कमजोर प्रजनन क्षमता के चलते पुरुष शीघ्रपतन, स्तंभन दोष, कामेच्छा की कमी, वीर्य में गुणवत्ता की कमी, शुक्राणुओं की संख्या में कमी, लिंग में शिथिलता जैसे अनगिनत यौन संबंधित समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
इन समस्याओं की वजह से वह यौन कमजोरी का अनुभव करते हैं और साथ ही, उनके सेक्सुअल लाइफ पर भी शुक्राणुओं की कमी के कारण बुरा प्रभाव पड़ता है; जिसकी वजह से उनका वैवाहिक जीवन और लव लाइफ भी खतरे में आ जाता है। लिंग में स्पर्म की कमी होना इस स्थिति को “ओलिगोस्पर्मिया” कहा जाता है।
इस स्थिति के तहत लिंग में सामान्य से कम मात्रा में शुक्राणु मौजूद होते हैं। पुरुषों के लिंग में शुक्राणुओं की कमी के पीछे कई कारण मौजूद होते हैं। जैसे; तनाव, शारीरिक बीमारियां, विशिष्ट प्रकार की दवाइयों का सेवन, हार्मोनल असंतुलन, नशीली चीजों का अत्याधिक सेवन आदि। लेकिन, इस समस्या की वजह से कई पुरुष बहुत ही परेशान है।
इस परेशानी का हल निकालने के लिए पुरुषों द्वारा डॉक्टर का इलाज करवाया जाता है; जो कि एक बेहतर विकल्प होता है। डॉक्टर के इलाज के साथ-साथ; पुरुष अपने जीवन शैली में और आहार की पद्धति में कुछ उचित बदलाव करके भी अंदरुनी रूप से शरीर में शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ा सकते हैं।
तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; पुरुषों के लिंग में शुक्राणुओं की कमी होने के बारे में पूरी जानकारी।
लिंग में स्पर्म की कमी होना याने क्या ? Ling me Sperm Ki Kami Hona Yane Kya ?
लिंग में स्पर्म यानि शुक्राणुओं की कमी होना मतलब शुक्राणुओं की संख्या सामान्य से कम मात्रा में होना। पुरुषों के लिंग में शुक्राणुओं की कमी होने की स्थिति को मेडिकल भाषा में “ओलिगोस्पर्मिया” कहां जाता है। इस स्थिति के तहत पुरुषों के वीर्य में शुक्राणु की संख्या कम होती हैं।
स्पर्म पुरुषों के प्रजनन कार्यों का वहन करने के लिए तथा महिला को प्रेग्नेंट करने के लिए बहुत ही अहम भूमिका निभाता है। शुक्राणुओं की अगर कमी हो; तो बाप बनने में काफी अड़चनें उत्पन्न होती है और प्रजनन क्षमता में भी कमजोरी देखी जाती हैं।
अगर पुरुषों के वीर्य में १.५ करोड़ प्रति मिलीलीटर से कम शुक्राणु है; तो ऐसे पुरुषों में शुक्राणुओं की कमी होती है। वीर्य में १.५ करोड़ प्रति मिलीलीटर शुक्राणुओं की संख्या सामान्य मानी जाती है।
कई ऐसे पुरुष भी मौजूद होते हैं; जिनके शरीर में शुक्राणुओं की कमी होती है; फिर भी उन्हें बाप बनने में या बच्चा पैदा करने में कोई परेशानी नहीं होती हैं। शुक्राणु की गणना करने के लिए या शुक्राणुओं की संख्या की जांच करने के लिए बहुत ही आसान टेस्ट मौजूद हैं; जो लेबोरेटरी में किए जाते हैं।
स्पर्म की कमी से क्या नुकसान हो सकते हैं ? Sperm Ki Kami Se Nuksan
दोस्तों, अगर पुरुषों में शुक्राणु की संख्या ही कम हो; तो उनका पूरा सेक्स लाइफ बुरी हद तक प्रभावित हो सकता है। साथ ही, उन्हें बच्चे पैदा करने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। स्पर्म की कमी होने की वजह से पुरुषों का लिंग ठीक तरीके से खड़ा नहीं हो पाता है; जिसकी वजह से लिंग में शिथिलता, लिंग में ढीलापन होकर सेक्स की प्रक्रिया पूरी तरीके से नहीं हो पाती है।
पुरुषों के लिंग में शुक्राणु की संख्या सामान्य होना बहुत ही आवश्यक होता है; तभी वह बच्चा पैदा करने में समर्थ होते हैं। स्पर्म की कमी से पुरुषों में सेक्स करते समय काफी तनाव रहता है और इस तनाव की वजह से सेक्स की प्रक्रिया बिल्कुल भी उचित रूप से नहीं हो पाती है।
इसी कारणवश, स्पर्म की कमी होने की वजह से पुरुषों के सेक्स लाइफ के साथ-साथ; उनके वैवाहिक जीवन पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। जिन पुरुषों को शरीर में शुक्राणुओं की कमी खल रही है; वह हमेशा मानसिक तनाव में रहते हैं, उनको अपने आप हर ही शर्मिंदगी का अनुभव होता है और अंदरुनी रूप से यह समस्या और ज्यादा बढ़ते जाती है।
पुरुषों के लिंग में स्पर्म की कमी किन कारणों की वजह से होती है ? Virya Ki Kami Ke Karan
दोस्तों, पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या निम्नलिखित कारणों की वजह से घटती है।
१) पर्यावरणीय कारण –
एक्सरे या रेडिएशन जैसी स्थितियों के तहत काम करने से भी पुरुषों की प्रजनन क्षमता बुरी हद तक प्रभावित होती है और पुरुषों में शुक्राणुओं की कमी देखी जाती है।
साथ ही, जो लोग हमेशा भारी धातुओं के संपर्क में रहते हैं; उनके शरीर में भी शुक्राणुओं की कमी हो जाती है। जो पुरुष हॉट टब का नियमित रूप से इस्तेमाल करते हैं; उनमें भी शुक्राणुओं की संख्या में कमी देखी जाती है।
२) मेडिकल कारण –
मेडिकल कारण के तहत; हारमोंस का असंतुलन होना, स्पर्म डक्ट में दोष होना, सिलिएक रोग, गुप्तवृष्णता, कैंसर या नॉन मेलिग्नेंट ट्यूमर, विशिष्ट प्रकार की दवाइयों का सेवन (जैसे टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी और कीमोथेरेपी), यौन संचारित रोग का संक्रमण या मूत्रमार्ग का संक्रमण, वैरीकोसेल यानी वृषण से निकलने वाली नसों में सूजन की समस्या जैसे अनगिनत मेडिकल कारणों की वजह से पुरुषों में शुक्राणु के उत्पादन पर बुरा प्रभाव पड़ता है और शुक्राणुओं की कमी देखी जाती है।
३) अन्य कारण –
शुक्राणुओं की संख्या घटने के अन्य कारणों के तहत धूम्रपान, मद्यपान, तंबाकू के पदार्थ जैसे नशीली चीजों का अत्याधिक सेवन, अत्यधिक शारीरिक एवं मानसिक तनाव, शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं जैसे; मोटापा, हाई बीपी, मधुमेह, वृषण का अधिक गर्म होना जैसे अनगिनत कारणों की वजह से भी पुरुषों में शुक्राणुओं का उत्पादन बूरी हद तक प्रभावित होता है; जिसके तहत शुक्राणुओं की कमी हो जाती है।
लिंग में स्पर्म कैसे बनते हैं ? Purush Ka Virya Kaise Banta hai ?
दोस्तों, हर पुरुष के शरीर में लिंग के हिस्से के नीचे की तरफ एक थैली होती है; जिसे “स्क्रोटम” कहा जाता है। पुरुषों के शरीर में शुक्राणु का उत्पादन करने के लिए टेस्टोस्टेरोन हार्मोन जरूरी होता है और जिम्मेदार भी होता है। स्क्रोटम की थैली में ही शुक्राणु और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का उत्पादन होता है। शुक्राणुओं तथा टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के उत्पादन में अंडकोष का सबसे महत्वपूर्ण रोल होता है। इसीलिए, अंडकोष का स्वास्थ्य और उसका तापमान उचित होना भी बहुत आवश्यक होता है।
अंडकोष की थैली पुरुषों के लिंग के निचले हिस्से की और लटकी होती है; जिसका तापमान अन्य शरीर के तापमान के हिसाब से कम से कम तीन से चार डिग्री कम होता है। शुक्राणुओं का उत्पादन सामान्य रूप से और कुशलता पूर्वक होने के लिए अंडकोष का तापमान नियंत्रित होना बहुत ही आवश्यक होता है; क्योंकि अंडकोष तापमान के प्रति अति संवेदनशील होता है।
स्पर्म को गाढ़ा करने के लिए क्या करें ? Sperm Thick Karne Ke Liye Upay
दोस्तों, स्पर्म को गाढ़ा करने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं।
१) जिंक युक्त पदार्थ –
प्राकृतिक रूप से वीर्य की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए और स्पर्म काउंट को बढ़ाने के लिए जिंक युक्त पदार्थों का सेवन करना आवश्यक होता है। जिंक युक्त पदार्थ जैसे; ओट्स, तिल, मूंगफली, बींस, लहसुन आदि। पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बेहतर बनाने के लिए आहार में इन सभी जिंक युक्त पदार्थों का सेवन अवश्य करें; ताकि शुक्राणुओं की संख्या में भी इजाफा होता है और वीर्य को गाढ़ा बनाया जा सकता है।
२) डार्क चॉकलेट –
दोस्तों, जैसे कि हमने कहा; पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं की संख्या नियंत्रित करने के लिए टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की लेवल नियंत्रित होना आवश्यक होता है और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन शुक्राणुओं के उत्पादन के लिए जिम्मेदार होता है। डार्क चॉकलेट का सेवन करने से पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की लेवल नियंत्रित होती है; जिसके चलते शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाई जा सकती है। आप सीधे तौर पर डार्क चॉकलेट का सेवन कर सकते हैं या डार्क चॉकलेट के पाउडर को दूध में मिलाकर भी पी सकते हैं। लेकिन, शुक्राणुओं की संख्या में बढ़ोतरी करने के लिए डार्क चॉकलेट खाना एक बेहतर विकल्प साबित होता है।
३) बैरीज –
दोस्तों, बेरीज के कई इस प्रकार है जैसे ब्लूबेरी, स्ट्रौबरी, ब्लैकबेरी, क्रैनबेरी आदि। बैरीज का सेवन करने से पुरुषों के शरीर में शुक्राणु की संख्या बढ़ाई जा सकती है। उपर्युक्त दिए गए सभी बेरीज का सेवन पुरुषों की प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होता है। आप कई रूपों में इन बेरिज का सेवन कर सकते हैं। आप बैरीज की स्मूदी, बनाकर उनका जूस बनाकर या बैरीज को सीधे तौर पर खा सकते हैं। बैरीज का सेवन करने से पुरुषों के शरीर में ना सिर्फ शुक्राणु की संख्या बढ़ती है; बल्कि स्पर्म मोतिलिटी में भी सुधार आता है।
४) एक्सरसाइज –
दोस्तों, एक्सरसाइज का सहारा लेने से भी पुरुष अपने शरीर में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ा सकते हैं। एक्सरसाइज करने से पुरुषों के लिंग के हिस्से को मजबूती मिलती है और लिंग के हिस्से में ब्लड सरकुलेशन तेजी से बढ़ता है; जिसकी वजह से लिंग में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में मदद मिल पाती है। कीगल एक्सरसाइज, प्लैंक एक्सरसाइज, स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज जैसे एक्सरसाइज; पश्चिमोत्तानासन, धनुरासन, बालासन, हलासन जैसे योगासन तथा भस्त्रिका, अनुलोम विलोम, कपालभाति जैसे प्राणायाम का रोजाना अभ्यास पुरुषों को अंदरूनी रूप से संतुलित बनाता है और उनके शरीर में शुक्राणु का उत्पादन बढ़ाने में मददगार साबित होता है।
५) संतुलित आहार –
संतुलित आहार के तहत पुरुषों को कैल्शियम, विटामिन डी, विटामिन बी, जिंक, मैग्नीशियम, पोटेशियम, मैंगनीज, प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट जैसे अनगिनत पोषक तत्व युक्त पदार्थों का सेवन करना चाहिए। यह सारे ही पोषक तत्व पुरुषों के प्रजनन क्षमता में सुधार लाने का काम करते हैं और शरीर में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में भी मददगार होते हैं। पुरुषों को संतुलित आहार के तहत हरी पत्तेदार सब्जियां, ताजे फल, फलों के जूस, सब्जियों के सूप, पनीर, अंडे, दही, दूध, दूध से बने पदार्थ, ड्राई फ्रूट्स, मछली, स्प्राउट, सलाद, साबुत अनाज, सभी प्रकार की दाले जैसे हेल्थी पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
६) आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां –
दोस्तों, अगर पुरुषों को शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाना है; तो उनको आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का सेवन किसी आयुर्वेदिक चिकित्सा के सलाह के अनुसार अवश्य करना चाहिए। अश्वगंधा, शिलाजीत, शतावर, गोखरू जैसे अनगिनत आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां एवं औषधीय बहुत ही ताकतवर होती है; जो पुरुषों के शरीर में प्रजनन क्षमता में सुधार लाती है और अन्य यौन संबंधित समस्याओं से भी छुटकारा दिलाती है। इन सभी जड़ी बूटियों का सेवन करने से पुरुष अपने शुक्राणुओं की संख्या तथा वीर्य की गुणवत्ता में बढ़ोतरी ला सकते हैं।
लिंग में स्पर्म की कमी दूर करने के लिए आसान घरेलू उपाय – Sperm Ki Kami Dur Karne Ke Upay
दोस्तों, लिंग में स्पर्म की कमी दूर करने के लिए और शुक्राणु का उत्पादन बढ़ाने के लिए पुरुषों को निम्नलिखित घरेलू उपाय अपनाने चाहिए।
१) लहसून –
दोस्तों, हमारे भारतीय घरों के किचन में लहसुन का इस्तेमाल रोजाना तौर पर किया जाता है। इसी लिहाज से, हम लहसुन का सेवन रोजाना तौर पर करते हैं। लेकिन, अगर पुरुषों को शरीर में स्पर्म काउंट को बढ़ाना है; तो उन्हें रोजाना तौर पर ४ से ५ लहसुन की कच्ची कलियों का सेवन दिन में 2 बार करना चाहिए।
साथ ही, पुरुष लहसुन को घी में भूनकर भी खा सकते हैं लहसुन में एलीसिन नामक घटक मौजूद होता है; पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ प्रजनन क्षमता में भी बढ़ोतरी करता है। लहसुन में कामोत्तेजक, वीर्य वर्धक तथा लिंग वर्धक गुण मौजूद होते हैं; इसीलिए पुरुष लहसुन का सेवन करके प्राकृतिक रूप से शुक्राणुओं की संख्या में बढ़ोतरी कर सकते हैं।
२) ग्रीन टी –
दोस्तों, पिछले कुछ सालों से दुनियाभर में ग्रीन टी का सेवन करने का चलन काफी बढ़ गया है। ग्रीन टी में अनगिनत पोषक तत्व के साथ-साथ भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं; जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होते हैं। ग्रीन टी का सेवन करने से ना सिर्फ स्वास्थ्यवर्धक लाभ मिलते हैं; बल्कि शुक्राणुओं की संख्या में भी इजाफा देखा जाता है। ग्रीन टी का सेवन पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं के उत्पादन को बढ़ावा देता है। साथ ही, ग्रीन टी के सेवन से शुक्राणुओं की गतिशीलता में भी बढ़ोतरी देखी जा सकती है।
३) अंडा –
जो लोग नॉनवेज का सेवन करते हैं; उनको अंडे का सेवन करने से काफी लाभ देखने को मिलते हैं। अंडे में कई सारे पोषक तत्व के साथ-साथ प्रोटीन तथा विटामिन ई मौजूद होते हैं; जो प्रजनन क्षमता में सुधार लाने के लिए उपयुक्त माने जाते हैं। अंडे का सेवन करने से पुरुषों के स्पर्म काउंट के साथ-साथ; स्पर्म क्वालिटी भी बढ़ती है। रोजाना तौर पर या हफ्ते में कम से कम तीन बार नाश्ते में अंडे का सेवन करने से पुरुषों के शरीर में शुक्राणु का उत्पादन बढ़ता है। साथ ही, अंडे को आप कई रूपों में खा सकते हैं; अंडे की सब्जी बनाकर, अंडे को उबालकर या अंडे का आमलेट बना कर खा सकते हैं।
४) कद्दू और सूरजमुखी के बीज –
कद्दू और सूरजमुखी के बीज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इसमें सेलेनियम, जिंक, मैंगनीज, मैग्नीशियम, पोटेशियम जैसे अनगिनत पोषक तत्वों के साथ-साथ औषधीय गुण भी पाए जाते हैं। कद्दू और सूरजमुखी के बीजों का सेवन पुरुषों के लिए विशेष लाभदायक साबित होता है। अगर पुरुषों को प्राकृतिक रूप से शुक्राणुओं की संख्या बढ़ानी है; तो उनको कद्दू और सूरजमुखी के बीजों का सेवन रोजाना तौर पर निर्धारित मात्रा में अवश्य करना चाहिए। लगातार एक महीने तक दोनों बीजों का सेवन करने से पुरुषों के शुक्राणु की संख्या में बढ़ोतरी दिखाई देती है।
तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।